उत्तर प्रदेश कांग्रेस की सिफारिश, रायबरेली और अमेठी से गांधी परिवार के सदस्य ही लड़ें
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की एक उच्चस्तरीय समिति ने राज्य की रायबरेली और अमेठी सीटों से गांधी परिवार के किसी सदस्य को ही लोकसभा चुनाव लड़ाने की सिफारिश की है। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे की अध्यक्षता वाली राज्य चुनाव समिति ने रविवार को लखनऊ में अपनी पहली बैठक के बाद सर्वसम्मति से ये सिफारिश की। बैठक में उन 17 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई, जो INDIA गठबंधन के तौर पर कांग्रेस को मिली हैं।
पांडे बोले- रायबरेली और अमेठी को हमेशा गांधी परिवार से जोड़ा गया
अविनाश पांडे ने बैठक के बाद कहा, "रायबरेली और अमेठी सीटों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। रायबरेली और अमेठी को हमेशा गांधी परिवार से जोड़ा गया है और ये सीटें उनके करीब हैं। इसी कारण अमेठी और रायबरेली के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की भावनाओं को देखते हुए हमने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि यहां से किसी का भी नाम तय हो, लेकिन वो गांधी परिवार का ही होना चाहिए।"
अन्य सीटों पर किन नामों की हुई सिफारिश?
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में रायबरेली और अमेठी के अलावा 3 अन्य सीटें ऐसी रहीं, जहां से केवल एक उम्मीदवार के नाम पर विचार करना था। इनमें वाराणसी से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सहारनपुर से पूर्व विधायक इमरान मसूद और बाराबंकी से तनुज पुनिया शामिल रहे। इसके अलावा झांसी से प्रदीप जैन आदित्य, फतेहपुर सीकरी से राजबब्बर, महाराजगंज से वीरेंद्र चौधरी और बंसगांव से कमल किशोर कमांडो के नाम की सिफारिश की गई है।
देवरिया में नहीं तय हो सका एक नाम
सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कुछ सीटों पर 2 से 3 नामों की सिफारिश की गई है। देवरिया इन सीटों में से एक है, जहां से कई दिग्गज दावेदारी कर रहे हैं। इनमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व युवा कांग्रेस प्रमुख केशव चंद और पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह शामिल हैं। तीनों नामों को केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेज दिया गया है और वो बाकी सीटों के साथ-साथ इस सीट पर भी अंतिम फैसला लेगी।
गांधी परिवार की पारिवारिक विरासत का हिस्सा हैं अमेठी और रायबरेली सीटें
रायबरेली और अमेठी गांधी परिवार की पारिवारिक विरासत का हिस्सा हैं और इन्हें उसका गढ़ माना जाता है। रायबरेली सीट पर फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी चुनाव लड़ चुकी हैं। सोनिया 2004 से यहां की सांसद थीं और उनके राज्यसभा जाने के बाद यहां से प्रियंका गांधी लड़ सकती हैं। अमेठी संजय गांधी, राजीव गांधी और राहुल गांधी की सीट रही है। राहुल यहां से 3 बार सांसद रहे, लेकिन पिछली बार स्मृति ईरानी ने उन्हें हरा दिया।
उत्तर प्रदेश में 17 सीटों पर लड़ेगी कांग्रेस
INDIA गठबंधन में हुए सीट बंटवारे के तहत उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं। यहां समाजवादी पार्टी (SP) 62 सीटों और चंद्रशेखर आजाद की भीम पार्टी एक सीट से मैदान में होगी। कांग्रेस के अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, सीतापुर, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर सीकरी, सहारनपुर और मथुरा से चुनाव लड़ने की संभावना है। बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे ज्यादा 80 सीटें हैं।