दिल्ली में केंद्रीय योजनाएं लागू करेगी भाजपा, पिछली सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार की होगी जांच
क्या है खबर?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा अब सरकार बनाने की तैयारी कर रही है।
27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में लौट रही भाजपा ने शासन के लिए 100 दिवसीय कार्ययोजना तैयार की है। इसमें केंद्र सरकार की योजनाओं को दिल्ली में लागू करना और नालियों की सफाई जैसे कामों को प्राथमिकता दी गई है।
भाजपा पिछली सरकार की योजनाओं में कथित भ्रष्टाचार को लेकर जांच भी शुरू कर सकती है।
लक्ष्य
भाजपा ने संकल्प पत्र के हिसाब से निर्धारित किए लक्ष्य
इंडिया टुडे के मुताबिक, 12 फरवरी को एक बैठक के बाद दिल्ली के मुख्य सचिव धर्मेंद्र ने सभी संबंधित विभागों को नई भाजपा सरकार के विकसित दिल्ली संकल्प पत्र 2025 के मुताबिक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया है।
इसमें हर 15 दिन, हर महीने और 100 दिनों के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
इस संबंध में सभी विभागों को आज (13 फरवरी) को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।
आयुष्मान योजना
दिल्ली में लागू होगी आयुष्मान भारत योजना
सरकार का पहला लक्ष्य आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू करना है। इसके तहत दिल्ली में 51 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड जारी किए जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग को आयुष्मान भारत योजना के कार्यान्वयन के लिए कैबिनेट नोट तैयार करने का निर्देश दिया गया है।
योजना के तहत पहले उन लोगों को प्राथमिकता दी जा सकती है, जिनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कमजोर है और जो 70 साल से ज्यादा उम्र के हैं।
मोहल्ला क्लीनिक
मोहल्ला क्लीनिक में भ्रष्टाचार की होगी जांच
NDTV के मुताबिक, नई सरकार मोहल्ला क्लीनिक में भ्रष्टाचार के आरोपों की भी जांच करेगी। इसके लिए दिल्ली के नए स्वास्थ्य मंत्री से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय रिपोर्ट तलब करेगा, जिसे 15 दिनों के भीतर पेश करना होगा।
बता दें कि मोहल्ला क्लीनिक में दवाइयों की खरीदारी और रखरखाव में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
वहीं, केंद्र सरकार की नीति के तहत मोहल्ला क्लीनिक को 'आरोग्य आयुष्य मंदिर' के तौर पर बदला जाएगा।
परिणाम
क्या रहे दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजे?
दिल्ली चुनावों में भाजपा ने 48 और आम आदमी पार्टी (AAP) ने 22 सीटें जीती हैं। कांग्रेस को पिछली बार की तरह इस बार भी एक भी सीट नहीं मिली है।
AAP के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज समेत कई नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा है।
AAP के बड़े नेताओं में केवल मुख्यमंत्री आतिशी को जीत मिली है।