प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक, पांच राज्यों के चुनाव पर नजर
दिल्ली में आज भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक हो रही है और इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हैं। कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद ये पहली बार है जब भाजपा कार्यकारिणीा की बैठक आमने-सामने बैठकर हो रही है। इस बैठक में अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव सबसे अहम विषय रहेंगे और शीर्ष नेतृत्व इन पर माथापच्ची करेगा।
नड्डा के भाषण से शुरू हुई बैठक, प्रधानमंत्री के भाषण से होगी खत्म
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के सम्मेलन कक्ष में हो रही इस कार्यकारिणी बैठक की शुरूआत जेपी नड्डा के भाषण से हुई। बैठक का अंत प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से होगा। आज जब प्रधानमंत्री बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे तो नड्डा ने उनका स्वागत किया। बैठक में कुल 124 सदस्य व्यक्तिगत तौर पर शामिल हुए हैं, वहीं सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की इकाइयां वर्चुअल तौर पर इसमें शामिल हुई हैं।
भाजपा ने रखा कम प्रभाव वाले राज्यों में विस्तार का लक्ष्य
बैठक में भाजपा ने ऐसे राज्यों में विस्तार का नया लक्ष्य रखा जहां वह अभी भी मुख्य विकल्प के तौर पर नहीं उभरी है। पार्टी ने देश के सभी 10.40 लाख मतदान केंद्रों पर बूथ समिति बनाने और वहां पन्ना प्रमुख तैनात करने का लक्ष्य रखा है। अपने भाषण में जेपी नड्डा ने कहा कि अभी पार्टी का चरम नहीं आया है और उसे केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना में विस्तार करना बाकी है।
आत्मनिर्भर भारत और गरीब हितैषी योजनाओं की लगाई जाएगी प्रदर्शनी
बैठक स्थल पर भाजपा केंद्र सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान की उपलब्धियों को दर्शाने के लिए प्रदर्शनी भी लगाएगी। इसके अलावा गरीबों को मुफ्त में राशन और मुफ्त कोविड वैक्सीनेशन जैसी गरीब हितैषी योजनाओं का भी प्रचार किया जाएगा।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर हो सकती है विस्तृत चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा कार्यकारिणी की इस बैठक में अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर खास तौर पर चर्चा हो सकती है। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर शामिल हैं। पंजाब में छोड़कर इन सभी राज्यों में भाजपा सत्ता में है। उत्तर प्रदेश राजनीतिक तौर पर पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए उसका यहां से बड़ी जीत करना अनिवार्य है।
हाल ही में हुए उपचुनावों के नतीजों पर भी हो सकती है माथापच्ची
भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में हाल ही में पांच लोकसभा और 29 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव पर भी चर्चा हो सकती है। इन चुनावों के नतीजे भाजपा के लिए मिले-जुले रहे और विपक्षी पार्टियां उससे कुछ सीटें छीनने में कामयाब रही। पार्टी शासित हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीट जीतना भाजपा के लिए खास तौर पर चिंताजनक रहा। हालांकि पूर्वोत्तर की नौ सीटों पर पार्टी क्लीन स्वीप करने में कामयाब रही।