
निशिकांत दुबे अब पूर्व CEC कुरैशी से भिड़े, बोले- आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त थे
क्या है खबर?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे एक बार फिर चर्चाओं में है। पहले उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) और सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधा था।
अब उन्होंने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) एस वाय कुरैशी पर विवादित बयान दिया है। दुबे ने पूर्व CEC से कहा कि आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त थे।
दुबे ने ये टिप्पणी कुरैशी की एक सोशल मीडिया पोस्ट पर की, जिसमें उन्होंने वक्फ कानून का विरोध किया था।
मामला
क्या है मामला?
दरअसल, पूर्व CEC कुरैशी ने सोशल मीडिया पर वक्फ कानून के विरोध में एक पोस्ट साझा की थी।
इसमें उन्होंने लिखा था, 'वक्फ अधिनियम निस्संदेह मुस्लिम भूमि हड़पने के लिए सरकार की एक बेहद भयावह/बुरी योजना है। मुझे यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर सवाल उठाएगा। शरारती प्रचार मशीन द्वारा गलत सूचना ने अपना काम बखूबी किया है।'
बता दें कि वक्फ कानून के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
दुबे
दुबे ने कुरैशी को लेकर क्या कहा?
कुरैशी की पोस्ट पर दुबे ने लिखा, 'आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त थे। झारखंड के संथालपरगना में बांग्लादेशी घुसपैठिया को वोटर सबसे ज्यादा आपके कार्यकाल में बनाया गया। इस्लाम भारत में 712 में आया, उसके पहले यह जमीन हिंदुओं की या उस आस्था से जुड़ी आदिवासी, जैन या बौद्ध धर्मावलंबी की थी। मेरे गांव विक्रमशिला को बख्तियार खिलजी ने 1189 में जलाया। इस देश को जोड़ो, इतिहास पढ़ो, तोड़ने से पाकिस्तान बना, अब बंटवारा नहीं होगा?'
सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट और CJI पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं दुबे
दुबे ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट और CJI पर विवादित बयान दिया था।
उन्होंने कहा था, "देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है। अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए। इस देश में जितने गृह युद्ध हो रहे हैं, उसके जिम्मेदार केवल मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना साहब हैं।"
भाजपा
दुबे के बयान से भाजपा ने बनाई दूरी, विपक्ष हमलावर
दुबे के बयान पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, 'भाजपा ऐसे बयानों से न तो कोई इत्तेफाक रखती है और न ही कभी ऐसे बयानों का समर्थन करती है। भाजपा इसे सिरे से खारिज करती है। पार्टी ने सदैव ही न्यायपालिका का सम्मान किया है, उनके आदेशों-सुझावों को सहर्ष स्वीकार किया है।"
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "वे सुप्रीम कोर्ट को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। संवैधानिक पदाधिकारी, मंत्री, सांसद कोर्ट के खिलाफ बोल रहे हैं।"