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महाराष्ट्र: फडणवीस और शिंदे को झटका, अजित पवार को मिल सकता है वित्त मंत्रालय
अजित पवार को महाराष्ट्र वित्त मंत्रालय का जिम्मा मिल सकता है

महाराष्ट्र: फडणवीस और शिंदे को झटका, अजित पवार को मिल सकता है वित्त मंत्रालय

लेखन आबिद खान
Jul 13, 2023
06:10 pm

क्या है खबर?

महाराष्ट्र में बीते दिनों हुई सियासी उठापटक के बाद हलचल अब दोबारा बढ़ सकती है। खबर है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बागी नेता अजित पवार को वित्त मंत्रालय का जिम्मा मिल सकता है। वर्तमान में ये मंत्रालय देवेंद्र फडणवीस के पास है। अजित को वित्त मंत्रालय मिलना फडणवीस के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। अटकलें हैं कि 17 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।

अमित शाह

मंत्रालयों के आवंटन पर अमित शाह से मिले थे अजित

कल रात ही अजित ने NCP नेता प्रफुल्ल पटेल के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। कहा जा रहा है कि इसमें मंत्रालयों के आवंटन को लेकर बातचीत हुई थी। इसके अलावा NCP पर अधिकार को लेकर आगे की कानूनी लड़ाई पर भी चर्चा की गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे कोर्ट में अजित गुट का पक्ष रख सकते हैं। उन्होंने ही शिवसेना में बगावत के बाद एकनाथ शिंदे के गुट की पैरवी की थी।

मंत्रालय

वित्त मंत्रालय पर अड़े अजित

बताया जा रहा है कि अजित वित्त मंत्रालय की मांग पर अड़े हुए हैं और गृह और शहरी विकास मंत्रालय नहीं चाहते। खबर ये भी है कि अजित ने अपने सहयोगियों के लिए सिंचाई, पर्यटन, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय और ग्रामीण विकास आदि विभाग मांगे हैं और केंद्र में एक कैबिनेट मंत्री पद भी मांगा है। इसे लेकर शिंदे, अजित और फडणवीस के बीच 2 बार बैठक भी हो चुकी है।

शिंदे

अजित को वित्त मंत्रालय नहीं देना चाहते शिंदे

खबर है कि शिंदे अजित को वित्त मंत्रालय देने के पक्ष में नहीं हैं। कहा जा रहा है कि शिंदे पर करीब 22 शिवसेना विधायकों का दबाव है, जिनका कहना है कि अजित खेमे को महत्वपूर्ण मंत्रालय न दिए जाएं। इससे पहले बैठक में भी अजित ने मंत्रालयों में फेरबदल का प्रस्ताव रखा था, लेकिन शिंदे ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ही मंत्रालयों का आवंटन किया जाएगा।

नाराज

नाराज चल रहे हैं शिंदे गुट के विधायक

बता दें कि करीब एक साल पहले शिवसेना के 40 विधायकों ने शिंदे के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। तब कई विधायकों को मंत्री बनाने का वादा किया गया था, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के चलते अब तक एक भी विधायक को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। इसके उलट अजित के साथ आए 9 विधायक मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, यानी अब मंत्री पद के लिए शिवसेना के विधायकों का इंतजार और बढ़ गया है।