AAP की दिल्ली भाजपा प्रमुख आदेश गुप्ता के घर और दफ्तर पर बुलडोजर चलाने की धमकी
क्या है खबर?
भाजपा शासित नगर निगम के दिल्ली के कई इलाकों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने पर आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा का टकराव बढ़ता ही जा रहा है।
AAP ने दावा किया है कि दिल्ली भाजपा प्रमुख आदेश गुप्ता के घर और दफ्तर ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है और अगर कल सुबह 11 बजे तक ये अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो वो बुलडोजर लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंच जाएगी।
बयान
कई बार शिकायत की, कोई कार्रवाई नहीं हुई- AAP गुप्ता
AAP के नगर निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये घोषणा की।
उन्होंने कहा, "आदेश गुप्ता ने अपने घर और दफ्तर में सरकारी जमीन का अतिक्रमण किया हुआ है। उन्होंने स्कूल की जमीन पर कब्जा करके अपना दफ्तर बनाया हुआ है। हमने मेयर और कमिश्नर से कई बार आधिकारिक तौर पर शिकायत की, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। कल सुबह 11:00 बजे तक अगर आदेश गुप्ता के अतिक्रमण पर कार्रवाई नहीं हुई तो हम बुलडोजर लेकर जाएंगे।"
आरोप
AAP का दावा- बुलडोजर चलाने की धमकी देकर वसूली कर रही भाजपा
AAP ने भाजपा पर बुलडोजर की धमाके के जरिए वसूली करने का आरोप लगाया है।
सुबह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली में 63 लाख घरों को गिराने की योजना बनाई है, जिनमें से 60 लाख घर अनधिकृत कॉलोनियों में हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली की 70 प्रतिशत आबादी बेघर हो जाएगी।
वहीं पाठक ने कहा कि भाजपा बुलडोजर की धमकी देकर लोगों से 5-10 लाख रुपये वसूल रही है।
बुलडोजर राजनीति
दिल्ली के कई इलाकों में चल चुकी है बुलडोजर
बता दें कि भाजपा शासित नगर निगम पिछले कुछ समय से दिल्ली के इलाकों में अतिक्रमण रोधी अभियान चला रही है।
सोमवार को ही नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र रहे शाहीन बाग में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने की कोशिश की गई थी, लेकिन लोगों के विरोध के बाद बुलडोजरों को लौटना पड़ा था।
इसके बाद से न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, मंगोलपुरी और मदनपुर खादर जैसी जगहों पर बुलडोजर चलाई गई।
शुरूआत
जहांगीरपुरी से हुई थी दिल्ली में बुलडोजर राजनीति की शुरुआत
पिछले महीने उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी से अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत हुई थी। यहां हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद चले अभियान में नौ बुलडोजरों ने कई घरों, दुकानों और रेहड़ियों को तोड़ दिया था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ये अभियान रुका था। कोर्ट अभी भी मामले पर सुनवाई कर रही है और उसने यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। हालांकि कोर्ट ने शाहीन बाग में कार्रवाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।
बुलडोजर का इस्तेमाल
न्यूजबाइट्स प्लस
पिछले कुछ महीनों से बुलडोजर का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। सबसे पहले उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर समर्पण का दबाव बनाने के लिए बुलडोजर भेजे गए थे।
इसके बाद गुजरात और मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों की संपत्तियों को ढहाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया।
हालांकि, बुलडोजर के इस्तेमाल पर सवाल भी उठ रहे हैं और कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि बिना दोषी साबित हुए किसी का घर नहीं तोड़ा जा सकता।