दिल्ली: जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलाने की तैयारी, हिंसा के 5 आरोपियों पर लगा NSA
क्या है खबर?
सांप्रदायिक हिंसा के चलते सुर्खियों में आए दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बुधवार और गुरुवार को बुलडोजर चलाने की तैयारी है।
दरअसल, भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NMCD) के अधिकारी ने जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी है।
NMCD ने अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 400 पुलिसकर्मियों की मांग की है।
दूसरी तरफ हिंसा के पांच आरोपियों पर सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया है।
पृष्ठभूमि
जहांगीरपुरी में क्या हुआ था?
उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी में शनिवार शाम को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हो गई थी।
शोभायात्रा वालों का कहना है कि मुस्लिम इलाके से निकलने पर उन पर पत्थर फेंके गए, जिसके बाद ये हिंसा हुई। वहीं मुस्लिमों का कहना है कि शोभायात्रा में शामिल लोगों ने मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने की कोशिश की।
हिंसा में लगभग 10-12 लोग घायल हुए जिनमें आठ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
मांग
भाजपा नेता ने की थी अतिक्रमण हटाने की मांग
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, NMCD के मेयर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को भी अतिक्रमण हटाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिसबल उपलब्ध न होने के कारण ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने उम्मीद जताई कि बुधवार को पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे।
इससे पहले दिल्ली भाजपा के प्रमुख आदेश गुप्ता ने मेयर को पत्र लिखकर जहांगीरपुर हिंसा के आरोपियों की अवैध अतिक्रमणों की पहचान कर उन्हें नष्ट करने की मांग की थी।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
कई राज्यों में हो रहा बुलडोजर का इस्तेमाल
पिछले कुछ महीनों से बुलडोजर का इस्तेमाल काफी चर्चा में रहा है। सबसे पहले उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर समर्पण का दबाव बनाने के लिए बुलडोजर भेजे गए थे। इसके बाद गुजरात और मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों की संपत्तियों को ढहाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया।
हालांकि, बुलडोजर के इस्तेमाल पर सवाल भी उठ रहे हैं और राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा था कि बिना दोषी साबित हुए किसी का घर नहीं तोड़ा जा सकता।
जहांगीरपुरी हिंसा
पांच आरोपियों पर लगा NSA
दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने शनिवार को जहांगीरपुर हिंसा के पांच आरोपियों के खिलाफ NSA लगाया है। इसके तहत पुलिस को बिना किसी चार्ज के आरोपी को एक साल तक हिरासत में रखने की छूट मिल जाती है।
जिन आरोपियों के खिलाफ NSA लगा है, उनमें हिंसा का मुख्य आरोपी अंसार का नाम भी शामिल है। अंसार के अलावा सलीम, इमाम शेख, दिलशाद और अहीर के खिलाफ इस कड़े कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
निर्देश
अमित शाह ने दिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश
सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस प्रमुख राकेश अस्थाना से फोन पर बात की और उन्हें दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बता दें कि अब तक हिंसा के 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें से तीन नाबालिग है। गिरफ्तार हुए लोगों के पास से अवैध हथियार भी मिले हैं।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दीपेंद्र पाठक ने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपियों में आठ हिंदू और बाकी मुस्लिम हैं।