
संसद से 49 और विपक्षी सांसद निलंबित, कुल 141 हुई संख्या
क्या है खबर?
संसद की सूरक्षा में चूक के बाद से विपक्षी सांसदों का निलंबन जारी है। आज शशि थरूर, सुप्रिया सुले, डिंपल यादव, फारूक अब्दुल्ला और दानिश अली समेत 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
तख्तियों के साथ प्रदर्शन और सभापति के कथित अपमान के कारण ये कार्रवाई हुई है।
इसी के साथ निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों की संख्या 141 पहुंच गई है। ये संसद के एक सत्र में निलंबित किए गए सांसदों का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
नेता
आज कौन-कौन से सांसद निलंबित हुए?
निलंबित किए सांसदों में फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, सुप्रिया सुले, डिंपल यादव, मनीष तिवारी, सुदीप बंधोपाध्याय, गीता कोड़ा, एसटी हसन, राजीव रंजन सिंह और मोहम्मद फैसल के नाम शामिल हैं। निलंबित किए गए सभी 49 सासंद लोकसभा के हैं।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद सासंद निलंबित कर दिए गए। इस दौरान लोकसभा की कार्यवाही भी स्थगित की गई।
बयान
निलंबन पर क्या बोले विपक्ष के नेता?
सांसदों के निलंबन पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "जिस तरह से इन्होंने विपक्ष के साथ बर्ताव किया है उस हिसाब से ये लोग किस मुंह से संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहेंगे। अगली बार अगर ये लोग आए तो संविधान खत्म हो जाएगा।"
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "यह संसद के अंदर अराजकता के अलावा कुछ नहीं है। उन्हें (भाजपा को) हमारे देश की संसदीय प्रणाली पर जरा भी भरोसा नहीं है।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, निलंबन पर क्या बोलीं हरसिमरत कौर बादल
#WATCH | On suspension of 49 MPs from Lok Sabha, Shiromani Akali Dal (SAD) MP Harsimrat Kaur Badal says, "I have no words. What did they think before constructing this new Parliament building? They want to make this the graveyard of democracy...You have thrown out the entire… pic.twitter.com/xrWUFoaL0b
— ANI (@ANI) December 19, 2023
निलंबन
सोमवार को निलंबित किए गए थे 78 सांसद
18 दिसंबर (सोमवार) को लोकसभा और राज्यसभा से 78 विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया था। इनमें लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, उपनेता गौरव गोगोई, सौगत रॉय, शताब्दी रॉय, कल्याण बनर्जी, टीआर बालू और दयानिधि मारन जैसे नाम शामिल थे।
राज्यसभा से जयराम रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल और मनोज कुमार झा को निलंबित किया गया था। 78 में से 64 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित गया था।
कार्रवाई
सांसदों पर क्यों हुई कार्रवाई?
दरअसल, विपक्ष के सासंद सुरक्षा चूक के मामले पर संसद में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष का कहना है कि सदन में सुरक्षा संबंधी कोई भी घटना सचिवालय के दायरे में आती है, इसलिए सरकार इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकती।
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, "वे (विपक्षी सांसद) सदन में तख्तियां लाकर देश की जनता का अपमान कर रहे हैं। हाल के चुनावों में मिली हार के बाद वो हताश हैं।"
लोकसभा
कब-कितने सांसदों का हुआ निलंबन?
13 दिसंबर को 2 युवकों ने संसद में घुसपैठ की थी। इसके अगले दिन यानी 14 दिसंबर को हंगामे के बाद 13 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद को निलंबित किया गया था।
18 दिसंबर को जब संसद की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों ने फिर से विरोध शुरू किया। इसके बाद लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सासंदों को निलंबित किया गया।
आज 49 सांसदों के निलंबन के बाद कुल 141 सांसद निलंबित हो गए हैं।