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पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी का कबूलनामा, कहा- 'ऑपरेशन सिंदूर' में मिली थी बंकरों में जाने की सलाह
पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिली थी बंकर में जाने की सलाह

पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी का कबूलनामा, कहा- 'ऑपरेशन सिंदूर' में मिली थी बंकरों में जाने की सलाह

Dec 28, 2025
07:26 pm

क्या है खबर?

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को खुलासा किया कि उन्हें 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान बंकर में शरण लेने की सलाह दी गई थी। यह ऑपरेशन 7 मई को शुरू हुआ और 4 दिनों तक चला था। इसमें भारत ने पाकिस्तान के प्रमुख क्षेत्रों और सैन्य बुनियादी ढांचे पर सटीक हमले किए। यह ऑपरेशन 26 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें आतंकवादियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी।

सलाह

जरदारी के सैन्य सचिव ने दी थी बंकर में आश्रय लेने की सलाह

जरदारी ने बताया कि उनके सैन्य सचिव ने सुरक्षा के लिए बंकर में जाने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा, "मेरे सैन्य सचिव वहीं थे। वे मेरे पास आए और कहा कि सर युद्ध शुरू हो गया है। चलिए बंकरों में चलते हैं।" जरदारी ने कहा, "मैने सैन्य सचिव को यह कहते हुए बंकर में जाने से इनकार कर दिया कि अगर शहादत होनी है, तो यहीं होगी। नेता बंकरों में नहीं मरते। वे युद्ध के मैदान में मरते हैं।"

निशाना

भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को बनाया था निशाना

भारत ने 7 मई को पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों और आतंकी शिविरों पर रणनीतिक सटीक हमले करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। यह अभियान 10 मई तक चला, जब दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों के बीच फोन पर बातचीत के बाद युद्धविराम की घोषणा की गई। इस संघर्ष के दौरान भारतीय वायुसेना ने दावा किया कि उसने 5 लड़ाकू विमान और एक बड़े विमान सहित 6 पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया।

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पुष्टि

पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री ने की थी हुए नुकसान की पुष्टि

पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी भारत द्वारा अपने सैन्य ठिकानों पर किए गए हमलों के प्रभाव को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि भारत ने रावलपिंडी स्थित नूर खान वायुसेना बेस को निशाना बनाया था, जिससे काफी नुकसान पहुंचा और कई कर्मी घायल हुए। डार ने कहा, "भारत ने पाकिस्तान की ओर ड्रोन भेजे थे, लेकिन भेजे गए 80 ड्रोनों में से केवल एक ही सैन्य ठिकाने को नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहा।"

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सवाल

सेवानिवृत्त भारतीय अधिकारी ने विदेश मंत्री के दावों पर उठाया सवाल 

डार के बयान पर भारतीय सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री झूठे हैं। भारत के हमलों के बाद नूर खान बेस आग की लपटों में घिरा हुआ था। उन्होंने पाकिस्तान के इस दावे को खारिज किया कि लक्ष्य पर सिर्फ एक ड्रोन से हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में 138 कर्मियों को मरणोपरांत सम्मानित किया गया, जिससे पता चलता है कि भारत के हमले का प्रभाव कितना गंभीर था।

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