45 की उम्र के बाद रोजाना इन योगासनों का करें अभ्यास, रहेंगे फिट एंड फाइन
क्या है खबर?
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे शरीर में कई तरह की परेशानियां शुरू जाती हैं, इसलिए स्वास्थ्य का खास ध्यान देना जरूरी है।
खासकर 45 की उम्र के बाद लोगों के लिए अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर शामिल करने के साथ योग को अपनाना बेहतर हो सकता है।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के अभ्यास का तरीका बताते हैं, जो 45 की उम्र के बाद व्यक्ति को फिट एंड फाइन रखने में मदद कर सकते हैं।
#1
विपरीतकरणी आसन
विपरीतकरणी आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर सीधे पीठ के बल लेट जाएं।
अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठा कर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर ही होने चाहिए।
इसके बाद अपने नितंब को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें।
#2
पर्वतासन
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
अब सामने की तरफ झुकते हुए अपने हाथों को जमीन पर रखें और गहरी सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटनों को सीधा करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इस योगासन में शरीर का पूरा भार हाथों और पैरों पर होना चाहिए।
कुछ मिनट इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
#3
पूर्वोत्तानासन
पूर्वोत्तानासन के लिए पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठें, फिर अपने दोनों हाथों को पीठ के पीछे ले जाएं और हथेलियों को जमीन पर रखें।
इसके बाद सामान्य सांस लेते रहें और अपने शरीर को थोड़ा पीछे की ओर झुकाते हुए शरीर को क्षमतानुसार उठाने की कोशिश करें। इस दौरान अपने सिर को भी पीछे की ओर झुकाएं और अपने तलवों को जमीन से सटाएं।
कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
#4
उत्तानासन
उत्तानासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
इसके बाद सांस छोड़ते हुए और कूल्हों की तरफ से मुड़ते हुए नीचे झुकें। ध्यान रहें कि आपके घुटने बिल्कुल सीधे हों और पैर एक−दूसरे के समानांतर हों, फिर अपने हाथों से अपने पंजों को छूने की कोशिश करें।
कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे−धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। यकीनन इस योगासन के नियमित अभ्यास से आपको काफी फायदा होगा।