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आंतों की सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास
आंतों की सूजन दूर करने में सहायक हैं ये योगासन

आंतों की सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं ये योगासन, ऐसे करें अभ्यास

लेखन अंजली
Oct 23, 2021
06:30 am

क्या है खबर?

आंतें पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद करती हैं और अगर ये ठीक से काम न करें तो कई बीमारियां हो सकती हैं। आंतों के ठीक से काम न करने का एक कारण इनमें सूजन हो सकती है। सामान्य तौर पर 15-30 साल की उम्र के बीच में इस समस्या के होने की संभावना अधिक होती है। आइए आज कुछ योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं, जो आंतों की सूजन को दूर करने में सहायक हैं।

#1

पश्चिमोत्तानासन

पश्चिमोत्तानासन के लिए योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आपस में सटाएं और उन्हें आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं। अब दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं, फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें। कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें, फिर गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।

#2

अधोमुख श्वानासन

अधोमुख श्वानासन के लिए पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठें। अब सामने की तरफ झुकते हुए अपने हाथों को जमीन पर रखें और गहरी सांस लेते हुए कमर को ऊपर उठाएं। इस दौरान घुटनों को सीधा करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें। इस योगासन में शरीर का पूरा भार हाथों और पैरों पर होना चाहिए और शरीर का आकार 'V' जैसा नजर आना चाहिए। कुछ मिनट इसी अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।

#3

सेतुबंधासन

सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। अब अपने पैरों को घुटनों से मोड़ें और अपने दोनों हाथों को एड़ियों के करीब लाने की कोशिश करें। इसके बाद अपने कूल्हे और पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं। फिर कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। कुछ देर विश्राम के बाद इस योगासन का दोबारा अभ्यास करें।

#4

भुजंगासन

भुजंगासन के अभ्यास के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस दौरान सामान्य तरीके से सांस लेते रहें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहें, फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। कुछ देर बाद इस योगासन को फिर से दोहराएं।