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जन्माष्टमी: भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन होने के लिए करें इन प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन

जन्माष्टमी: भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन होने के लिए करें इन प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन

लेखन सयाली
Aug 21, 2024
07:56 am

क्या है खबर?

भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन लोग भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा करते हैं, उनका जन्म करवाते हैं और उन्हें तरह-तरह के भोग अर्पित करते हैं। सभी मंदिरों में झांकियां सजाई जाती हैं और दही हांडी भी मनाई जाती है। आप इस साल जन्माष्टमी के दिन इन प्रसिद्ध मंदिरों में जाकर भगवान कृष्ण के दर्शन कर सकते हैं।

उडुपी

उडुपी श्री कृष्ण मठ

कर्नाटक के उडुपी में स्थित उडुपी श्री कृष्ण मठ में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। इसे दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में लगी मूर्ति भगवान कृष्ण का बाल रूप है, जिसे श्रीमध्वाचार्य ने बनाया था। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां भक्त मूर्ति के सीधे दर्शन नहीं कर सकते। उन्हें नवग्रह कीटिकी यानि 9 छेदों वाली खिड़की से भगवान कृष्ण के दर्शन करने होते हैं।

जयपुर

गोविंद देव जी मंदिर

गोविंद देव जी मंदिर राजस्थान के शहर जयपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान कृष्ण के स्वरुप गोविंद देव जी को समर्पित है, जिन्हें आमेर के शासकों के कछवाहा राजवंश का प्रमुख देवता माना जाता है। यह मंदिर जयपुर के सिटी पैलेस में ही स्थित है और भक्तों के लिए खुला रहता है। इसे राजा मान सिंह ने साल 1590 में बनवाया था। जानिए जन्माष्टमी की तिथि और इस त्योहार से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें

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मथुरा

श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर 

मथुरा में बसे श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर का हिन्दू धर्म में विशेष स्थान है, क्योंकि यहां पर ही भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस मंदिर के परिसर में 3 मुख्य मंदिर स्थित हैं, केशवदेव मंदिर, गर्भ गृह और भागवत भवन शामिल हैं। मान्यताओं के अनुसार, मंदिर के गर्भ गृह में जो छोटा-सा कमरा है, उसी में लड्डू गोपाल ने जन्म लिया था। जन्माष्टमी पर इस मंदिर में लाखों भक्तों की भीड़ लगती है।

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ओडिशा

जगन्नाथ पुरी मंदिर 

ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ पुरी मंदिर में पूरे हर्षों-उल्लास के साथ जन्माष्टमी मनाई जाती है। यह मंदिर 800 साल पुराना है और यह भगवान विष्णु के पुरुषोत्तम अवतार जगन्नाथ जी को समर्पित है। अवंती के राजा इंद्रद्युम्न ने इस मुख्य मंदिर को बनवाया था। हालांकि, वर्तमान मंदिर का पुनर्निर्माण 10वीं शताब्दी के बाद किया गया था। इस मंदिर से निकलने वाली पुरी रथ यात्रा दुनियाभर में बेहद मशहूर है।

वृन्दावन

प्रेम मंदिर

वृन्दावन का प्रेम मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है, जहां लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। यह खूबसूरत मंदिर राधा-कृष्ण को समर्पित है, जिसका निर्माण जगतगुरु कृपालु महाराज ने करवाया था। इसके निर्माण में कुल 11 साल लगे थे और इसका लोकार्पण 17 फरवरी, 2012 को किया गया था। इसे सफेद इटालियन संगमरमर से तैयार किया गया है और इसके प्रांगण में श्री कृष्णा और राधा रानी के जीवन से जुड़ी कई कलाकृतियां मौजूद हैं।

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