आपको ज्यादा खुशहाल बना सकते हैं खिली धूप वाले दिन, अध्य्यम में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
धूप जीवन के लिए अहम है, क्योंकि यह पेड़-पौधों से लेकर इंसानों तक, सभी का पालन-पोषण करती है। यह न केवल विटामिन-D का बढ़िया स्रोत है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। लोग कहते हैं उदासी भरे दिन में धूप देखने से मन खुश हो जाता है। इस बात को सच साबित करने के लिए हाल ही में एक अध्ययन किया गया। इसके मुताबिक, खिली धूप वाले दिन हमें ज्यादा खुशहाल बना सकते हैं।
अध्ययन
चीन के शोधकर्ताओं ने किया यह अहम अध्ययन
यह अध्ययन बायोडेमोग्राफी और सोशल बायोलॉजी नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ था और इसे चीन के शोधकर्ताओं ने किया था। इस अध्ययन में यह पता लगाया गया कि विशिष्ट दिनों में धूप के संपर्क में आने से लोगों के जीवन और मानसिक स्वास्थ्य की भावनाएं किस तरह प्रभावित हुईं। शोधकर्ताओं ने पाया कि खिली धूप वाले दिनों में लोगों को थोड़ी ज्यादा संतुष्टि महसूस हुई और धूप वाले सप्ताह के बाद अवसाद के लक्षणों में कमी देखी गई।
इंटरव्यू
30,000 लोगों से सवाल-जवाब कर पूरा हुआ अध्ययन
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 'चीन फैमिली पैनल स्टडीज' के 8 सालों के आंकड़ों को सैकड़ों मौसम विज्ञान स्टेशनों से प्राप्त दैनिक मौसम रिकॉर्ड के साथ संयोजित किया। सर्वेक्षण में 2010 से 2018 के बीच 5 चरणों में किए गए लगभग 30,000 लोगों के इंटरव्यू भी शामिल थे। प्रतिभागियों ने अपने जीवन की संतुष्टि से जुड़े सवालों के जवाब दिए और कुछ सालों में एक प्रश्नावली पूरी की, जिसमें अवसाद के लक्षणों का पता लगाया गया।
प्रक्रिया
जीवन संतुष्टि का पता लगाने की भी हुई कोशिश
इंटरव्यू सभी मौसमों में आयोजित किए गए थे। यही कारण था कि शोधकर्ता हर व्यक्ति के जवाबों को खास दिन पर दर्ज की गई धूप से मिला सके थे। जीवन संतुष्टि का पता लगाने के लिए उसे 1 (बिल्कुल संतुष्ट नहीं) से 5 (बहुत संतुष्ट) के पैमाने पर आंका गया। अवसादग्रस्त लक्षणों को सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजिक स्टडीज डिप्रेशन स्केल से मापा गया। इसमें उदासी, अकेलेपन या बेचैनी जैसे लक्षणों के बारे में 8 सवाल पूछे गए थे।
धूप
जानिए शोध की प्रक्रिया
धूप संबंधी आंकड़े 824 निगरानी केंद्रों से प्राप्त किए गए थे। शोधकर्ताओं ने हर प्रतिभागी के क्षेत्र के भौगोलिक स्तर की मौसम संबंधी जानकारी खोजी और उसे उनके इंटरव्यू की सटीक तिथि से मिलाया। उन्होंने इंटरव्यू के दिन और पिछले 7 दिनों में धूप के घंटों की गणना की। धूप को 5 श्रेणियों में बांटा गया, जो 0-3 घंटे, 3-6 घंटे, 6-8 घंटे, 8-11 घंटे और 11 से अधिक घंटे थीं।
नतीजे
क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?
वायु प्रदूषण, तापमान, बारिश, हवा की गति, आर्द्रता, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे कारकों को जांचने के बाद, शोधकर्ताओं ने धूप और जीवन संतुष्टि के बीच संबंध खोज निकाला। सामने आया कि जिन दिनों में ज्यादा धूप निकली, उनमें प्रतिभागियों को ज्यादा संतुष्टि महसूस हुई। वहीं, जिन दिनों में धूप 3 घंटे से कम थी, उन दिनों में जीवन संतुष्टि में थोड़ी गिरावट देखी गई। इंटरव्यू के दिन धूप का अवसादग्रस्तता लक्षण स्कोर के साथ कोई संबंध नहीं देखा गया।
निष्कर्ष
धूप में रहने से कम हुए अवसाद के लक्षण
जिन लोगों ने साक्षात्कार से पहले वाले सप्ताह में 11 घंटे से ज्यादा धूप का अनुभव किया, उनमें अवसाद के लक्षण थोड़े कम पाए गए थे। अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा देर तक धूप के संपर्क में रहना फायदेमंद होता है। सामने आया कि किसान या निर्माण श्रमिक जैसे बाहर काम करने वाले लोग धूप से ज्यादा प्रभावित होते हैं। धूप में रहने से छोटे बच्चों वाले परिवारों की जीवन संतुष्टि भी बेहतर हुई।