घर पर आसानी से बनाई जा सकती है पोर्सिलेन क्ले, जिससे बनती हैं कई प्यारी चीजें
क्या है खबर?
बचपन में हम सभी क्ले से खिलौने और अन्य छोटी-छोटी चीजें बनाया करते थे। उस वक्त तो यह हमारे लिए महज एक खेल हुआ करता था।
हालांकि, बड़े होने पर समझ आया कि यह अपनी कल्पना को रूप देने का एक कलात्मक तरीका हुआ करता था।
अब बाजार में पोर्सिलेन क्ले मिलती है, जिसकी मदद से कीरिंग, जेवर और कई अन्य चीजें बनाई जाती हैं।
बाजार से खरीदने के बजाय आप इस क्ले को घर पर भी बना सकते हैं।
स्टेप 1
जानिए पोर्सिलेन क्ले बनाने का तरीका
पोर्सिलेन क्ले बनाने के लिए आपको एक कप PVA ग्लू, एक कप कॉर्न स्टार्च, 2 चम्मच सिरका और 2 चम्मच बिना रंग वाला तेल चाहिए होगा।
एक कटोरे में ग्लू लें और उसमें धीरे-धीरे करके कॉर्न स्टार्च मिलाते जाएं। इसे तब तक मिलाएं, जब तक इसकी स्थिरता पतली का हो जाए। अब इसमें सिरका और तेल डालकर धीरे-धीरे मिलाते जाएं।
इसे 3 से 4 बार 30-30 मिनट के लिए बेक करें।
स्टेप 2
क्ले को गूंधकर बनाएं मुलायम
जब क्ले की स्थिरता गाढ़ी और सख्त होने लग जाए तब उसे गूंधना शुरू करें। इसके लिए एक साफ सतह पर क्ले को रखें और हल्के हाथों से गूंधते जाएं।
इसे तब तक गूंधते रहें, जब तक क्ले ठंडा न हो जाए। आप अपने क्ले को जितना ज्यादा गूंधेंगे, उसकी बनावट उतनी ही ज्यादा अच्छी रहेगी।
जब क्ले सतह पर चिपकना बंद न हो जाए तब समझ जाएं कि वह पूरी तरह तैयार हो गया है।
रखरखाव
किस तरह करना चाहिए इस क्ले का रखरखाव?
अपने क्ले की स्थिरता जांचने के लिए उसे हल्के हाथों से खींचकर देखें। अगर उससे पानी की बूंद जैसा आकार बन रहा हो तो समझ जाएं कि उसकी बनावट सही है।
इस क्ले को सही तरीके से स्टोर करना बेहद जरूरी होता है, नहीं तो यह पूरी तरह खराब हो सकता है। इसके लिए पहले इसे आयताकार दें और इसपर तेल या पेट्रोलियम जेली की परत लगा दें।
इसके बाद इसे प्लास्टिक में लपेटकर एयर-टाइट डिब्बे में रख दें।
चीजें
इस क्ले से आप बना सकते हैं ये प्यारी चीजें
क्ले तैयार होने के बाद आप उससे कई प्यारे-प्यारे चार्म्स बना सकते हैं। कई लोग इन दिनों इससे कीरिंग और टेडी बियर वाले चार्म बनाकर बेच भी रहे हैं।
आप इस क्ले से अंगूठी, बालियां, हार और कड़े आदि जैसे जेवर भी बना सकते हैं। इतना ही नहीं, इसकी मदद से जेवर रखने वाले डिब्बे और घर की सजावट का सामान भी तैयार कर सकते हैं।
अच्छी बात है कि इससे बनी चीजें हवा से सूखकर सख्त हो जाती हैं।