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जापानी डाइट अवसाद से लड़ने में हो सकती है मददगार, अध्ययन में हुआ खुलासा 

जापानी डाइट अवसाद से लड़ने में हो सकती है मददगार, अध्ययन में हुआ खुलासा 

लेखन सयाली
Jun 28, 2025
12:49 pm

क्या है खबर?

भारत में औसतन 20 में से एक व्यक्ति अवसाद से पीड़ित है, जो मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। पुराने अध्ययन से पता चलता है कि देश में 57 करोड़ लोग इस विकार से जूझ रहे हैं। इससे निपटने के लिए मनोचिकित्सक की मदद लेनी चाहिए, ध्यान लगाना चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। इसी कड़ी में एक नया अध्ययन किया गया है, जिससे सामने आया है कि जापानी डाइट अवसाद से लड़ने में मददगार हो सकती है।

अध्ययन

जापान की एक संस्था द्वारा किया गया अध्ययन

इस ऐतिहासिक अध्ययन को 'द जापान इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ सिक्योरिटी' ने किया है, जो अपनी तरह का पहला शोध है। शोधकर्ता इस अध्ययन के जरिए यह पता लगाना चाहते थे कि क्या जापानी खान-पान अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है या नहीं। इससे सामने आया कि चावल और मिसो सूप जैसे जापानी व्यंजनों का सेवन करने वाले लोगों में अवसाद और तनाव के लक्षणों की दर कम आई है।

प्रक्रिया

12,499 कर्मचारियों ने लिया था अध्ययन में भाग

अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने पारंपरिक जापानी डाइट के लाभों का मूल्यांकन किया। इसमें सोया से बने उत्पाद, पकी हुई सब्जियां, मशरूम, सी वीड और ग्रीन टी शामिल थी। साथ ही इसके नए संस्करण में फल, ताजी सब्जियां और डेयरी उत्पाद भी शामिल थे। जापानी की 5 कम्पनियों के 12,499 कर्मचारी इस अध्ययन का हिस्सा बने थे, जिनमें से 88 प्रतिशत पुरुष थे और उनकी औसत आयु 42.5 साल थी।

नतीजे

क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?

जो लोग अध्ययन का हिस्सा बने, उनमें से कुल 30.9 प्रतिशत में अवसाद के लक्षण देखे गए। हालांकि, जिन प्रतिभागियों ने नियमित रूप से जापानी भोजन खाया, उनमें अवसाद के लक्षण बाकियों की तुलना में कम पाए गए। इस दौरान शोधकर्ताओं ने अन्य संभावित कारकों को अलग करने का प्रयास किया, जो परिणामों को प्रभावित कर सकते थे। अध्ययन में कहा गया कि डाइट में कुछ जापानी खाद्य पदार्थों को शामिल करने से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।

कारण

अवसाद को दूर करने में कैसे मददगार होते हैं जापानी व्यंजन?

शोधकर्ताओं ने अध्ययन में यह भी बताया कि जापानी व्यंजन अवसाद को कैसे ठीक करते हैं। अध्ययन के मुताबिक, सी वीड, सोया उत्पाद और सब्जियों में मौजूद फोलिक एसिड सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन बढ़ाने में मदद करते हैं। वहीं, ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मछली में सूजनरोधी गुण मौजूद होते हैं। इनका सेवन करने से मन शांत होता है, तनाव से छुटकारा मिल जाता है और अवसाद से लड़ने में भी सहायता मिलती है।

जानकारी

अभी और शोध की है जरूरत-शोधकर्ता

शोधकर्ताओं ने एक आधिकारिक बयान में लिखा, "अभी जापानी डाइट की अवसाद से लड़ने की क्षमता पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। हालांकि, हमें उम्मीद है कि जापानी लोगों में दिखे साक्ष्य का उपयोग अवसाद की रोकथाम के लिए किया जा सकेगा।"