लंबाई बढ़ाने में मदद कर सकते हैं ये 5 योगासन, जानिए अभ्यास का तरीका
कुछ लोगों की लंबाई पोषण की कमी या किसी अन्य वजह से कम रह जाती है। ऐसे में अगर आप बिना किसी दवा या फिर चिकित्सीय प्रक्रिया के अपनी लंबाई को बढ़ाना चाहते हैं तो अपने रूटीन में योग को शामिल करें। आइए आज हम आपको पांच ऐसे योगासनों के बारे में बताते हैं, जिनका रोजाना 10-15 मिनट अभ्यास करने से आपको जल्द ही अपनी लंबाई में बदलाव देखने को मिल सकता है।
सबसे ज्यादा प्रभावी है ताड़ासन
ताड़ासन के लिए सबसे पहले जमीन पर सावधान मुद्रा में खड़े होकर अपने दोनों हाथों को आसमान की ओर सीधा उठाएं और अपनी उंगलियों को आपस में फंसा लें। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए पंजों के बल खड़े होकर शरीर को ऊपर की ओर खींचने की कोशिश करें। जब शरीर पूरी तरह तन जाए तो इस मुद्रा में कुछ देर बने रहें और सांस लेते रहें। अंत में सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए पहले वाली अवस्था में आ जाएं।
उष्ट्रासन से बढ़ेगी लंबाई
उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर घुटनों के बल खड़े हो जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुककर अपनी दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ सेकंड आराम के बाद दोबारा इस मुद्रा को दोहराएं।
रोजाना करें पश्चिमोत्तानासन का अभ्यास
इसके लिए पहले योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आगे की ओर खोलकर आपस में सटाएं। अब दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। इसके बाद माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें। कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें। अंत में गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।
बहुत असरदार आसन है वृक्षासन
वृक्षासन के लिए सबसे पहले जमीन पर दोनों पैरों को आपस में जोड़ते हुए सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब शरीर का संतुलन बनाते हुए हाथों की मदद से बायां तलवा दायीं जांघ पर रख लें। इसके बाद अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए नमस्कार की अवस्था में आ जाएं। थोड़ी देर इसी अवस्था में रहकर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में आएं और कुछ देर शरीर को आराम देकर आसन को दोहराएं।
धनुरासन से होगा फायदा
सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेटे। फिर अपने दोनों घुटनों को अपनी कमर की तरफ से मोड़े और हाथों से टखनों को मजबूती से पकड़ लें। इसके बाद सांस लेते हुए अपने पूरी शरीर को इस प्रकार ऊपर उठाने की कोशिश करें कि शरीर का आकार धनुष के समान लगे। अब अपनी क्षमतानुसार इस मुद्रा में रहें और धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें। कुछ सेकेंड बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।