नवरात्रि के दौरान रखते हैं उपवास? जानिए इससे मिलने वाले फायदे
क्या है खबर?
नवरात्रि 9 दिनों तक चलने वाला एक हिंदू त्योहार है, जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों (शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री) को पूजा जाता है और उपवास नवरात्रि अनुष्ठानों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
उपवास के दौरान लोग सामान्य खाने से हटकर कुट्टू, साबूदाना, फल और आलू जैसी सब्जियां खाते हैं, जिनसे स्वास्थ्य को कई लाभ मिल सकते हैं।
आइए जानते हैं कि नवरात्रि में उपवास रखने से क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
#1
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मिल सकती है मजबूती
शारदीय नवरात्रि के समय मौसम में बदलाव हो रहा होता है और साल के इस समय सात्विक भोजन का सेवन शरीर को बीमारियों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
दरअसल, सात्विक भोजन में ऐसे गुण मौजूद होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।
यहां जानिए कुट्टू के आटे से बने व्यंजनों के सेवन से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ।
#2
हृदय को स्वस्थ रखने में है सहायक
उपवास हृदय के लिए सुरक्षा कवच बन सकता है।
इसका कारण है कि उपवास को रक्त लिपिड प्रोफाइल में सुधार और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके हृदय रोग के जोखिम को कम करने में प्रभावी पाया गया है।
यह रक्तचाप को कम करने में भी मदद कर सकता है और उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए फायदेमंद है।
इसके अतिरिक्त सात्विक भोजन से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी सहायक है।
#3
शरीर को कर सकता है डिटॉक्स
शरीर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में भी उपवास मदद कर सकते हैं।
शरीर और मन एक-दूसरे से जुड़े होते हैं, इसलिए जब उपवास से शरीर शुद्ध होता है तो मन भी शांत हो जाता है।
आप इसके लिए उपवास के दौरान पानी का पर्याप्त सेवन करने समेत एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर चीजों का सेवन कर सकते हैं।
अतिरिक्त स्टार्च का सेवन करने से बचें, जैसे कि तेल में तले हुए आलू।
#4
शारीरिक सूजन को कर सकता है कम
शरीर की बाहरी सूजन को ठीक करने के कई सरल तरीके हैं, लेकिन आंतरिक सूजन खान-पान से ही ठीक हो सकती है।
अगर आप उपवास के दौरान एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर चीजों का सेवन करते हैं तो इससे शरीर में सूजन कम होती है।
यह अर्थराइटिस, अस्थमा और एलर्जी जैसी स्थितियों वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
यहां जानिए एंटी-इंफ्लेमेटरी का अच्छा स्त्रोत माने जाने वाले खाद्य पदार्थ।
#5
पाचन को सुधारने में है कारगर
उपवास पाचन अग्नि या भूख को फिर से जगाने का एक प्रभावी तरीका है।
आमतौर पर हममें से ज्यादातर लोग भूख लगने का इंतजार नहीं करते, बल्कि अपने तय समय के हिसाब से खाना खाते हैं।
भूख वह है, जिससे हमारा शरीर संकेत देता है कि वह भोजन पचाने के लिए तैयार है।
भूख लगने से पहले ही भोजन करने से पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है, जिससे तनाव और प्रतिरक्षा स्तर खराब हो जाता है।