हृदय रोगी एक्सरसाइज करते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना बढ़ सकती है परेशानी
हृदय रोगियों के रोजाना तरह-तरह की एक्सरसाइज करने से गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। हालांकि यह तभी मुमकिन है जब हृदय रोगी सही ढंग से और कुछ सावधानियों को ध्यान में रखते हुए एक्सरसाइज करें। जी हां, हृदय रोगियों के लिए एक्सरसाइज के दौरान की गई एक छोटी सी गलती भी परेशानी का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं कि हृदय रोगियों को एक्सरसाइज करते समय किन-किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज न करें
अगर आप हार्ट स्ट्रोक या फिर हार्ट अटैक से ग्रस्त हैं तो भूल से भी अपने वर्कआउट रूटीन में पुशअप्स और सिटअप्स जैसी आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज को शामिल न करें। दरअसल, आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज से मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जिसकी वजह से आपको हृदय रोग के साथ-साथ कई तरह की अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए गंभीर स्थितियों वाले लोगों को आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज का अभ्यास करने से बचना चाहिए।
सामान्य तापमान में ही करें एक्सरसाइज
हृदय रोगियों को ऐसी जगह पर एक्सरसाइज करनी चाहिए जहां का तापमान न ज्यादा हो और न ही कम। दरअसल, अगर हृदय रोगी बहुत अधिक गर्मी या फिर अधिक ठंड में एक्सरसाइज करते हैं तो इसके कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत और सीने में दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अगर आप हृदय से जुड़ी किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो सामान्य तापमान वाली जगह पर ही एक्सरसाइज करें।
ज्यादा वजन उठाने वाली एक्सरसाइज करने से बचें
हृदय रोगियों को ज्यादा वजन उठाने वाली एक्सरसाइज भी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस एक्सरसाइज से भी मांसपेशियों पर जोर पड़ता है जिसकी वजह से उनकी समस्या बढ़ सकती है। इसलिए डॉक्टर भी हृदय रोगियों को ज्यादा वजन वाली एक्सरसाइज न करने की सलाह देते हैं। वहीं अगर किसी भी तरह की एक्सरसाइज के दौरान आपको अपने हार्टबीट में बदलाव महसूस होता है तो तुरंत एक्सरसाइज छोड़ दें और 15 मिनट आराम करके हृदय की धड़कन को जरूर चेक करें।
हृदय से जुड़ी कोई भी सर्जरी होने पर न करें एक्सरसाइज
अगर आपकी हाल ही में हृदय रोग से जुड़ी कोई सर्जरी हुई है तो कुछ समय तक किसी भी तरह की एक्सरसाइज और योगासन का अभ्यास करने से बचें। बेहतर होगा कि सर्जरी के बाद आप कम से कम छह हफ्तों तक बिल्कुल भी एक्सरसाइज या योगाभ्यास न करें और इसकी बजाय रोजाना सुबह या शाम कुछ मिनट टहलें। हालांकि इस बात का ध्यान रहे कि ज्यादा टहलना भी ऐसी स्थिति में खतरनाक हो सकता है।