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रोजाना 60 ग्राम बादाम खाने से कम हो सकता है ऑक्सीडेटिव तनाव, अध्ययन में हुआ खुलासा 

रोजाना 60 ग्राम बादाम खाने से कम हो सकता है ऑक्सीडेटिव तनाव, अध्ययन में हुआ खुलासा 

लेखन सयाली
Aug 16, 2025
12:57 pm

क्या है खबर?

बादाम सबसे पौष्टिक मेवों में से एक है, जो कई पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है। यह विटामिन-E, मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, तांबा और राइबोफ्लेविन से समृद्ध होता है। सभी जानते हैं कि डाइट में बादाम शामिल करने से दिमाग तेज होता है और दिल का स्वास्थ्य दुरुस्त रहता है। अब एक नए अध्ययन से सामने आया है कि रोजाना 60 ग्राम से ज्यादा बादाम खाने से DNA की सुरक्षा होती है और ऑक्सीडेटिव क्षति कम होती है।

अध्ययन

ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर सकती है बादाम

इस अध्ययन को 'साइंटिफिक रिपोर्ट' नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। इससे पता चला कि प्रतिदिन 60 ग्राम से ज्यादा बादाम का सेवन करने से कोशिकीय क्षति में उल्लेखनीय कमी देखी गई। साथ ही कुछ विश्लेषणों में शरीर के एंटीऑक्सीडेंट एंजाइमों में भी सुधार देखा गया। यह समीक्षा ऑक्सीडेटिव तनाव के प्रबंधन के लिए एक लाभदायक भोजन के रूप में बादाम की भूमिका का समर्थन करती है। हालांकि, शोधकर्ताओं का कहना है कि अभी और जांच की जरूरत है।

प्रक्रिया

इस तरह किया गया था अध्ययन

यह समीक्षा बादाम के सेवन के ऑक्सीडेटिव तनाव पर प्रभाव का आकलन करने के लिए की गई थी। इसके लिए कई यादृच्छिक नियंत्रित परीक्षणों (RCT) से प्राप्त आंकड़ों को इखट्टा किया गया था और उनका दोबारा विश्लेषण भी किया गया था। इसमें व्यवस्थित समीक्षाओं और मेटा-विश्लेषण के लिए पसंदीदा रिपोर्टिंग आइटम (PRISMA) दिशानिर्देशों का पालन किया गया है। जांच के लिए कई विशेष कीवर्ड का इस्तेमाल किया गया था, जिनकी मदद से उपयुक्त डाटा जमा किया जा सका था।

जांच

पुराने अध्ययनों की भी की गई थी पहचान

इस समीक्षा के लिए एक द्वि-चरणीय स्क्रीनिंग प्रक्रिया का उपयोग करके केवल वयस्कों पर किए गए अध्ययनों की पहचान की गई थी। इन सभी में किसी न किसी प्रकार से बादाम का इस्तेमाल किया गया था। इनके परिणामों की रिपोर्ट ऑक्सीकरण स्थिति बायोमार्करों का उपयोग करके तैयार की गई। इसके दौरान कुछ उपसमूह विश्लेषण भी किए गए थे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या बादाम की खुराक परिणामों को प्रभावित करती है या नहीं।

नतीजे

अध्ययन के जरिए हुई 8 परीक्षणों की पहचान

स्क्रीनिंग के माध्यम से 8 उच्च-गुणवत्ता वाले परीक्षणों की पहचान की गई, जो सभी मानदंडों को पूरा करते थे। इनमें से 5 समानांतर RCT और 3 क्रॉसओवर परीक्षण थे। अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों में विविधता थी, जिनमें स्वस्थ लोग, धूम्रपान करने वाले और पुरानी बीमारियों से ग्रस्त मरीज शामिल थे। 24 हफ्तों तक प्रतिभागियों को दी गई बादाम की खुराक भी अलग-अलग थी, जो प्रतिदिन 5 से 168 ग्राम तक थी।

परिणाम

क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?

मेटा-विश्लेषण के परिणामों से पता चला कि बादाम के एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव आंशिक रूप से खुराक पर निर्भर करते हैं। जहां कम खुराक ने न्यूनतम प्रभाव दिखाए। वहीं, रोजाना 60 ग्राम से अधिक बादाम खाने से कोशिकीय क्षति के स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ। इससे ऑक्सीडेटिव DNA क्षति का एक मार्कर '8-OHdG' -5.83 से कम हो गया। बादाम के सेवन से यूरिक एसिड के स्तर में भी थोड़ी, लेकिन महत्वपूर्ण कमी आई।