क्या आप भी इन स्वास्थ्य से जुड़े भ्रमों पर विश्वास करते हैं? जानें सच्चाई
क्या है खबर?
भारत में स्वास्थ्य से जुड़े कई भ्रम प्रचलित हैं, जिन पर लोग आंख मूंदकर विश्वास करते हैं।
ये भ्रम अक्सर पीढ़ी दर पीढ़ी चलते आ रहे हैं और इन्हें सही मानकर लोग अपनी जीवनशैली में शामिल कर लेते हैं।
हालांकि, इनमें से कई भ्रम वैज्ञानिक दृष्टिकोण से गलत साबित हो चुके हैं।
इस लेख में हम पांच ऐसे ही स्वास्थ्य भ्रमों के बारे में बात करेंगे, जिन्हें भारतीय अभी भी सच मानते हैं।
#1
भ्रम- ज्यादा पानी पीने से वजन कम होता है
बहुत सारे लोग मानते हैं कि ज्यादा पानी पीने से वजन कम होता है। हालांकि, यह पूरी तरह सच नहीं है।
पानी शरीर को हाइड्रेटेड रखने और पाचन तंत्र को सही तरीके से काम करने में मदद करता है, लेकिन केवल पानी पीने से वजन कम नहीं होता।
वजन घटाने के लिए संतुलित आहार और नियमित एक्सरसाइज जरूरी हैं।
अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ पानी की मात्रा बढ़ाकर आप वजन घटा सकते हैं तो यह एक गलतफहमी है।
#2
भ्रम- रात का खाना जल्दी खाने से मोटापा नहीं बढ़ता है
यह धारणा काफी प्रचलित है कि अगर रात का खाना जल्दी खा लिया जाए तो मोटापा नहीं बढ़ता है, जबकि असलियत यह है कि मोटापा खाने के समय पर निर्भर नहीं करता बल्कि आपके द्वारा खाए गए भोजन की मात्रा और गुणवत्ता पर निर्भर करता है।
अगर आप दिनभर कैलोरी की अधिक मात्रा लेते रहेंगे तो रात का खाना जल्दी खाने का कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए जरूरी है कि आप अपने पूरे दिन के आहार पर ध्यान दें।
#3
भ्रम- शक्कर छोड़ने से मधुमेह ठीक हो जाती है
मधुमेह एक गंभीर बीमारी होती है, जो शक्कर छोड़ देने मात्र से ठीक नहीं होती है। यह एक जटिल स्थिति होती है, जिसमें शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता या पर्याप्त इंसुलिन उत्पादन नहीं कर पाता है।
शक्कर छोड़ना मधुमेह नियंत्रण में मददगार हो सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह और दवाइयों की जरूरत होती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार का इलाज शुरू न करें।
#4
भ्रम-डिटॉक्स ड्रिंक्स शरीर साफ करते हैं
डिटॉक्स ड्रिंक्स आजकल बहुत लोकप्रिय हो गए हैं क्योंकि माना जाता है कि ये शरीर को अंदरूनी रूप साफ करते हैं, लेकिन सच्चाई यह कि हमारा लिवर और किडनी पहले ही हमारे शरीर विषैले पदार्थों बाहर निकालने काम करते हैं।
डिटॉक्स ड्रिंक्स केवल एक मार्केटिंग ट्रिक होती है, जिनका वास्तविक प्रभाव सीमित होता है।
स्वस्थ रहने लिए संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज, पर्याप्त नींद लेना सबसे अहम है। इसलिए इन पेय पदार्थों भरोसा करने बजाय अपने जीवनशैली सुधारना चाहिए।