कॉन्टैक्ट लेंस लगाते समय ये 5 गलतियां करने से बचें
कॉन्टैक्ट लेंस खासतौर पर उन लोगों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, जो चश्मे से छुटकारा पाना चाहते हैं। हालांकि, अब ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल इसलिए करते हैं क्योंकि यह फैशन का हिस्सा बन चुका है। अगर आप भी कॉन्टैक्ट लेंस लगाते हैं तो इसे लेकर कोई भी लापरवाही न करें क्योंकि इससे आंखों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। आइए आज हम आपको कॉन्टैक्ट लेंस लगाते समय होने वाली 5 गलतियां बताते हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर न करें ये काम
भले ही आप कितनी जल्दी में क्यों न हों, लेकिन कभी भी अपने कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर न तो नहाएं और न ही स्विमिंग करें। ऐसा माना जाता है कि पानी में सूक्ष्मजीव होते हैं और लेंस स्पंजी होने के कारण उन्हें अवशोषित कर सकते हैं। इससे फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण हो सकते हैं, जो तेजी से फैल सकते हैं। इसके अलावा पानी आपके लेंस का आकार भी बदल सकता है।
डॉक्टर की सलाह के बगैर न खरीदें कॉन्टैक्ट लेंस
ज्यादातर लोग या तो फैशनेबल दिखने के लिए या अपने चश्मे से छुटकारा पाने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस (विशेष रूप से रंगीन लेंस) खरीदते हैं। हालांकि, ऐसा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि कॉन्टैक्ट लेंस एक चिकित्सा उपकरण है। केवल एक डॉक्टर ही आपकी आंखों की सही जांच कर सकता है और रोशनी के लिए सबसे सही लेंस बता सकता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए इन पेय का सेवन करें।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सोने से बचें
कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सोने से आंखों में संक्रमण का खतरा 10 गुना अधिक बढ़ जाता है, इसलिए इन्हें पहनकर बिल्कुल भी सोना नहीं चाहिए। कोई भी डॉक्टर आपको इन्हें पहनकर सोने की सलाह भी नहीं देगा, यहां तक कि एक झपकी के लिए भी नहीं। दरअसल, जब आप सोते हैं तो आपकी बंद आंखों को नमी और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे आपके कॉर्निया की कोशिकाएं लेंस द्वारा अवशोषित बैक्टीरिया से लड़ने में निष्क्रिय हो जाती हैं।
आंखों को न रगड़ें
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने के बाद आंखों को रगड़ना या फिर उन्हें मसलना नहीं चाहिए। ऐसा करने से आंखों का लाल होना, आंखों से पानी आना और दर्द जैसी कई तरह की आंखों की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे आंखों के आस-पास बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो आंखों के स्वास्थ्य को काफी प्रभावित कर सकते हैं। अगर आंखों में खुलजी हो तो खुद इलाज करने की बजाय नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।
लेंस को मिलाकर न रखें
जानबूझकर या अनजाने में भी अपनी आंखों के लेंस को एक साथ मिलाकर न रखें क्योंकि इससे इन्हें दोबारा लगाने से आंखों के अंदर संक्रमण हो सकता है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि इन्हें पहनते या उतारते समय सावधानी बरतें। पहले लेंस को अपनी दाहिनी आंख से निकालें और बॉक्स में रखें। इसके बाद बाईं आंंख से लेंस निकालकर बॉक्स में रखें। इसे एक दैनिक आदत बना लें।