त्रिकोणासन: स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है यह योगासन, जानिये इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
अगर आप बिगड़ती जीवनशैली और गलत खानपान के कारण होने वाली गंभीर बीमारियों से राहत पाना चाहते हैं तो योगासनों का नियमित अभ्यास इसमें आपकी मदद कर सकता है। जहां तक कि शरीर को ऊर्जावान बनाए रखने और इसे डिटॉक्सीफाई करने के लिए भी योगासनों पर विश्वास किया जा सकता है। चलिए फिर आज आपको त्रिकोणासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नियमित अभ्यास स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
त्रिकोणासन करने का तरीका
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं, फिर अपने दोनों पैरों को जितना हो सके उतना खोलें। इसके बाद अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं और फिर एक हाथ की उंगलियों से उसी तरफ के पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। इस मुद्रा में दो-तीन मिनट तक बने रहने के बाद धीरे-धीरे आसन छोड़े, फिर इसी प्रक्रिया दूसरे हाथ की तरफ से दोहराएं।
अभ्यास के दौरान बरतें ये सावधानियां
1) अगर आपकी गर्दन या फिर रीढ़ की हड्डी से संबंधी कोई समस्या है तो आपको इस योगासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए क्योंकि इस वजह से आपकी समस्या बढ़ सकती हैं। 2) मांसपेशियों में दर्द महसूस होने पर भी आप इस योगासन का अभ्यास करने से बचें। 3) अगर इस योगासन का अभ्यास करते समय हाथ या फिर दोनों पैर में दर्द होता है तो ऐसे में भी इस योगासन का अभ्यास न करें।
त्रिकोणासन के अभ्यास से मिलने वाले फायदे
त्रिकोणासन का नियमित तौर पर अभ्यास कई प्रकार से स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। उदाहरण के तौर पर इसका नियमित अभ्यास शरीर को लचीला बनाने में काफी मदद कर सकता है। इसके अतिरिक्त रीढ़ की हड्डी समेत पाचन तंत्र आदि पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बात अगर इसके अभ्यास से मिलने वाले मानसिक फायदों की करें तो यह तनाव से आजादी दिलाने में काफी मददगार सिद्ध हो सकता है।
त्रिकोणासन का अभ्यास करने से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
1) अगर आप इस योगासन का अभ्यास पहली बार करने जा रहे हैं तो विशेषज्ञ की निगरानी में करें। 2) इस योगासन की शुरुआत में संतुलन बनाना मुश्किल हो सकता है, इसलिए दीवार का सहारा लें। 3) अभ्यास के दौरान शरीर का पूरा भार सिर्फ पैरों पर होता है इसलिए इसके अभ्यास के समय कोई जल्दबाजी न करें। 4) इस मुद्रा से सामान्य अवस्था में धीरे-धीरे आएं ताकि शरीर के किसी भी हिस्से को झटका न लगे।