आलिया भट्ट छुट्टी के दौरान करती दिखीं केटल बेल एक्सरसाइज, जानिए इसे करने का सही तरीका
क्या है खबर?
आलिया भट्ट केवल एक बेहतरीन अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक फिटनेस फ्रीक भी हैं। यह बात तब सच साबित हो गई जब वह परिवार संग छुट्टियां मनाते हुए भी वर्कआउट करती नजर आईं। वह अपनी बहन शाहीन भट्ट और मां सोनी राजदान के साथ किसी द्वीप पर घूमने गई थीं, जिसकी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर सामने आईं। शाहीन की पोस्ट में आलिया का कसरत करने वाला वीडियो भी शामिल था, जिसमें वह केटल बेल एक्सरसाइज कर रही थीं।
केटल बेल
क्या होती है केटल बेल एक्सरसाइज?
केटल बेल एक गोल और भारी वजन वाला हैंडल होता है, जिसका उपयोग एक्सरसाइज और भार प्रशिक्षण के लिए किया जाता है। इसकी मदद से आप कई तरह की कारगर एक्सरसाइज कर सकते हैं। केटल बेल एक्सरसाइज न केवल मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करती हैं, बल्कि दिल के स्वास्थ्य को भी सुधारती हैं। इसमें केटल बेल स्विंग, डेडलिफ्ट और लंज शामिल होते हैं, जो दिल की गति और ताकत बढ़ाने में मदद करते हैं।
प्रकार
जानिए इस एक्सरसाइज के विभिन्न प्रकार
आलिया इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो में केटल बेल की मदद से डेडलिफ्ट करती नजर आ रही थीं। हालांकि, आप इस उपकरण का इस्तेमाल करके कई अलग-अलग प्रकार की एक्सरसाइज कर सकते हैं। केटल बेल स्विंग निचले शरीर और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत कर सकता है। वहीं, स्क्वाट आपके क्वाड्रिसेप्स, ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग्स पर प्रभाव डाल सकता है। केटल बेल रेनिगेड रो एक्सरसाइज से ऊपरी शरीर यानी छाती, कंधों और ट्राइसेप को लाभ मिलता है।
तरीका
आलिया से सीखें केटल बेल डेडलिफ्ट करने का तरीका
केटल बेल डेडलिफ्ट करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को हल्का-सा फैलाकर सीधे खड़े हो जाएं। अब अपने दोनों हाथों से जमीन पर रखी हुई केटल बेल को उठाएं। ध्यान रहे कि जब आप केटल बेल उठा रहे हों तो आपकी कमर सीधी होनी चाहिए और घुटने हल्के मुड़े होने चाहिए। अब धीरे-धीरे वजन हो उठाते हुए शरीर को ऊपर नीचे करें। यह एक्सरसाइज पीठ और पैरों को मजबूत बनाने में मदद करती है।
फायदे
केटल बेल एक्सरसाइज के लाभ
केटल बेल एक्सरसाइज आपको कई फायदे प्रदान कर सकती है, खासकर उन लोगों को जो अपनी दिनचर्या में ज्यादा गतिशीलता चाहते हैं। यह एक्सरसाइज कंधों की जकड़न को कम करती है और उन्हें ज्यादा लचीला बना सकती है। इसके अलावा यह गर्दन और ऊपरी पीठ की मांसपेशियों को भी मजबूत करती है, जिससे शरीर की मुद्रा सुधरती है और चोट लगने का खतरा कम होता है। नियमित अभ्यास से आप अपनी शारीरिक क्षमता में सुधार देख सकते हैं।