
जंगल की आग से उत्पन्न प्रदूषण बन सकता है गंभीर बीमारियों का कारण, अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
जंगल की आग न केवल वनस्पति और वन्यजीवों के लिए खतरा है, बल्कि यह मानव जीवन को भी गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है।
एक नए अध्ययन से पता चला है कि पिछले दो दशकों में जंगल की आग से उत्पन्न जहरीला धुआं एक अरब से ज्यादा लोगों के घरों में घुस चुका है, जिसके कारण लोग गंभीर बीमारियों का सामना कर रहे हैं।
वैज्ञानिकों ने कहा कि जंगल की आग से उत्पन्न धुआं एक गंभीर वैश्विक मुद्दा बन गया है।
तुलना
शहरी वायु प्रदूषण की तुलना में अधिक जहरीला होता है जंगल की आग का धुआं
साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला कि जंगल की आग से उत्पन्न होने वाले छोटे कण हजारों मील की दूरी तय कर सकते हैं और शहरी वायु प्रदूषण की तुलना में अधिक जहरीले होते है।
शोधकर्ताओं ने जंगल की आग से उत्पन्न प्रदूषण को समय से पहले मृत्यु, हृदय और श्वसन संबंधी बीमारियों के बिगड़ने और समय से पहले जन्म से जोड़ा है।
अध्ययन
यह है पहला वैश्विक उच्च-रिजॉल्यूशन अध्ययन- शोधकर्ता
शोधकर्ताओं ने कहा, "पिछले अध्ययनों ने जंगल की आग के धुएं के बाहरी संपर्क का विश्लेषण किया है, लेकिन जंगल की आग से बचने के लिए अधिकतर लोग घर में ही रहते हैं इसलिए हमारे अध्ययन का विश्लेषण जंगल की आग के प्रदूषण से घर के अंदर होने वाली समस्याओं का पहला वैश्विक उच्च-रिजॉल्यूशन अध्ययन है।"
अध्ययन में बताया गया कि एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करके घर के अंदर होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
प्रदूषण
इन देशों में इनडोर वाइल्डफायर प्रदूषण के पिछले विश्लेषणों पर आधारित है यह अध्ययन
बीजिंग के सिंघुआ विश्वविद्यालय की डोंगजिया हान और उनके सहयोगियों ने कहा, "यह अध्ययन उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में इनडोर वाइल्डफायर प्रदूषण के पिछले विश्लेषणों पर आधारित है, जिसमें कणों के स्तर में तेज वृद्धि पाई गई थी।"
कैलिफोर्निया, ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील में किए गए अध्ययनों से पता चला है कि वाइल्डफायर के धुएं से स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान की लागत कई अरब डॉलर में है और यह एयर प्यूरीफायर चलाने की लागत से कहीं ज्यादा है।
तरीके
कैसे जंगल की आग के धुएं से बचें?
लॉस एंजिल्स के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के जिंग ली और यिफांग झू ने बताया, जलवायु संकट, गर्मी और सूखा जंगल में लगातार आग लगने का कारण बन रहे हैं।
शोधकर्ताओं का कहना है कि एयर प्यूरिफायर के अलावा ऐसे अन्य उपाय भी हैं, जो जंगल की आग से उत्पन्न जोखिमों को कम कर सकते हैं, जैसे कि फेस मास्क पहनना, कमजोर लोगों को आग वाली जगह से दूर रखना और इमारतों को अधिक वायुरोधी बनाना।