कहीं आपके बालों को प्रोटीन ट्रीटमेंट की जरूरत तो नहीं? इन 5 संकेतों से लगाएं पता
क्या है खबर?
हमारे बाल केराटिन नामक प्रोटीन सहित कई अलग-अलग तत्वों से बने होते हैं। यह प्रोटीन बालों को मजबूती प्रदान करता है।
हालांकि, जब बाल गर्मी, रसायन और प्रदूषण के संपर्क में आते हैं तो इससे उनके प्रोटीन को नुकसान पहुंचता है और बालों से जुड़ी कई समस्याएं होने लगती है।
आइए आज हम आपको पांच ऐसे संकेतों के बारे में बताते हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आपके बालों को प्रोटीन ट्रीटमेंट की आवश्यकता है।
#1
बालों का टूटना
अगर आपके बाल काफी ज्यादा टूटने लगे हैं तो समझ जाइए कि इनमें प्रोटीन की कमी है।
इसका कारण है कि प्रोटीन की कमी बालों को कमजोर करती है और इनके टूटने की संभावना बढ़ा देती है। ऐसे में आपको प्रोटीन ट्रीटमेंट लेना चाहिए क्योंकि यही आपके बालों का टूटना काफी हद तक कम कर सकता है।
हालांकि, तेजी से बालों के टूटने का कारण कुछ और भी हो सकता है, इसलिए पहले हेयर स्पेशलिस्ट से संपर्क करें।
#2
बालों में लोच की कमी
प्रोटीन की कमी से बालों की लोच भी प्रभावित होने लगती है और इस वजह से कंघी या स्टाइल करने पर उनमें खिंचाव और टूटने का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए अगर आप अपने बालों में उलझन पाते हैं या इन्हें संवारने में आपको दिक्कत होती है तो यह भी एक संकेत है कि आपके बालों को प्रोटीन ट्रीटमेंट की आवश्यकता है।
हालांकि, अगर आप ट्रीटमेंट में निवेश नहीं करना चाहते हैं तो सिर की समय-समय पर तेल मालिश करें।
#3
बालों में रूखापन आना
प्रोटीन की कमी के कारण बालों से प्राकृतिक नमी खोने लगती है और उन्हें रूखा बना सकती है, वहीं इसके कारण सिर को खुजली और सिरदर्द जैसी कई समस्याओें का सामना भी करना पड़ सकता है।
अगर आपको अपने बालों में अधिक रूखापन लगे तो प्रोटीन ट्रीटमेंट के लिए एक अच्छे सैलून जाए और अनुभवी व्यक्ति से ट्रीटमेंट के लिए आगे बढ़े।
बालों का रूखापन दूर करने के लिए हेयर स्पेश्लिस्ट से प्रोटीन को बढ़ाने के प्राकृतिक स्त्रोत का पूछें।
#4
बालों की बनावट का प्रभावित होना
प्रोटीन की कमी से बालों के स्ट्रैंड्स में मौजूद अमीनो एसिड और डाइसल्फाइड बॉन्ड टूट जाते हैं और इससे बालों की प्राकृतिक बनावट प्रभावित हो सकती है।
इससे बालों में रूखापन आ सकता है। इसका कारण स्कैल्प में प्रोटीन की कमी है। इससे सतह परतदार हो जाती है।
बालों की बनावट को ठीक करने के लिए प्रोटीन ट्रीटमेंट लें।
आप चाहें तो बालों की बनावट को सुधारने के लिए ये प्राकृतिक तरीके भी आजमा सकते हैं।
#5
बालों का सफेद होना
प्रोटीन की कमी के कारण बालों का रंग भी प्रभावित होने लगता है। इसकी वजह से बालों का रंग बदल सकता है या बाल सफेद होने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
दरअसल, प्रोटीन की कमी से सिर की त्वचा का pH स्तर बिगड़ जाता है और बालों का रंग भी उड़ जाता है जिसके कारण वे सफेद दिखने लगते हैं।
ऐसे में प्रोटीन ट्रीटमेंट लेना अच्छा हो सकता है।