एंग्जायटी को दूर करने में मदद कर सकती हैं ये हर्बल चाय, डाइट में करें शामिल
एंग्जायटी एक ऐसा मानसिक विकार है, जिससे ग्रस्त व्यक्ति पर नकारात्मक भावनाएं हावी होने लगती हैं। इससे कई मानसिक और शारीरिक रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे राहत पाने के लिए लोग कई दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन कभी-कभी उनका असर भी नकारात्मक हो सकता है। आइए आज हम आपको कुछ हर्बल चाय के बारे में बताते हैं, जिनका सेवन एंग्जायटी का प्राकृतिक इलाज बन सकता है।
अश्वगंधा चाय
अश्वगंधा चाय में एंटी-एंग्जायटी गुण होते हैं, जो एंग्जायटी को कम कर सकते हैं। इसी तरह इसमें नर्विन प्रॉपर्टीज होती हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करके नर्वस सिस्टम को सुचारू रूप से काम करने में मदद करती है। लाभ के लिए गर्म पानी में अश्वगंधा पाउडर मिलाएं और फिर मिश्रण को छानकर कप में डाल लें। इसके बाद इस चाय का सेवन करें। आप चाहें तो इसमें स्वादानुसार शहद भी मिला सकते हैं। यहां जानिए अश्वगंधा चाय के फायदे।
दालचीनी वाली बिना दूध की चाय
दालचीनी की सुगंध शरीर और दिमाग को शांत करने में मदद कर सकती है। इसलिए दालचीनी वाली बिना दूध की चाय का सेवन एंग्जायटी से ग्रस्त लोगों के लिए लाभदायक हो सकती है। लाभ के लिए गर्म पानी में दालचीनी की छोटी डंडी डालें और फिर इसमें थोड़ी चायपत्ती डालकर पानी को उबालें। इसके बाद चाय छानकर उसका सेवन करें। आप चाहें तो इस चाय में स्वादानुसार शहद भी मिल सकते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जिससे न सिर्फ शरीर बल्कि दिमाग को भी कई फायदे मिल सकते हैं। यह चाय एंग्जायटी को कम करने में भी कारगर मानी जाती है। लाभ के लिए गर्म पानी में ग्रीन टी की पत्तियां डालें और फिर इन्हें उबालने के बाद कप में छान लें। इसके बाद चाय में थोड़ा शहद मिलाकर पिएं। यहां जानिए ग्रीन टी के फायदे और इसे पीने का सही समय।
तुलसी की चाय
तुलसी की चाय का सेवन भी दिमाग को शांत करके एंग्जायटी को कम करने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी को अच्छे से गर्म करें, फिर उसमें चायपत्ती डालें और जब पानी में उबाला आ जाए तो तुलसी की पत्तियां और दूध डालकर फिर से उबालें। अब चाय को एक कप में छानकर निकालें और इसमें शहद या चीनी मिलाकर इसका सेवन करें।
लैवेंडर की चाय
एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर लैवेंडर की चाय एंग्जायटी के साथ-साथ अनिद्रा, मांसपेशियों का दर्द, पीरियड्स की ऐंठन, हे फीवर, सर्दी और फ्लू सहित विभिन्न समस्याओं का प्राकृतिक इलाज करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा यह अपच के कारण होने वाली पेट की ऐंठन को भी कम कर सकती है। लाभ के लिए पानी में लैवेंडर के फूल डालकर उबालें और फिर इसे बिना छाने कप में डालकर इसका सेवन करें।