कोर्टिसोल को संतुलित करके तनाव दूर करने में मदद कर सकती हैं ये 5 आदतें
दीर्घकालिक तनाव सेहत पर कहर बरपा सकता है, जिससे आप थका हुआ और कमजोर महसूस कर सकते हैं। तनाव कोर्टिसोल नामक हार्मोन से उत्पन्न होता है। अगर समय रहते इसे संतुलित न किया जाए तो इसका अधिक स्तर मोटापे, कमजोर मांसपेशियों, हाई ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का भी कारण बन सकता है। आइए आज हम आपको कोर्टिसोल को संतुलित करके तनाव से राहत दिलाने वाली आदतों के बारे में बताते हैं।
गुणवत्तापूर्ण नींद लेना है जरूरी
रात की आरामदायक नींद कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है क्योंकि खराब नींद की समस्याएं कोर्टिसोल के उच्च स्तर से जुड़ी होती हैं। लाभ के लिए सोने के लिए शांत जगह का चयन करें। इसके अतिरिक्त बिस्तर का गद्दा और तकिये मुलायम चुनें क्योंकि अगर ये चीजें चुभने वाली होंगी तो आप पूरी रात परेशान रहेंगे। साथ ही समय से सोने और उठने का नियम बना लें। यहां जानिए बेहतर नींद पाने के लिए टिप्स।
रोजाना एक्सरसाइज करें
रोजाना सुबह कुछ मिनट एक्सरसाइज करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है और तनाव कम हो सकता है, जिससे समय के साथ कोर्टिसोल के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। लाभ के लिए आप ब्रिस्क वॉक कर सकते हैं। यह आपको सक्रिय और ऊर्जावान बनाए रखने सहित दिमाग में ऑक्सीजन स्तर को बेहतर बनाए रखकर तनाव को दूर कर सकता है। तनाव कम होने का मतलब है कि कोर्टिसोल के स्तर पर नियंत्रण।
गहरी सांस वाले प्राणायाम से भी होगा फायदा
गहरी सांस वाले प्राणायाम पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करते हैं, जो कोर्टिसोल के स्तर को कम कर सकते हैं और तनाव से राहत दिला सकते हैं। लाभ के लिए अनुलोम-विलोम, भ्रामरी या कपालभाति जैसे सांस संबंधी प्राणायाम का रोजाना अभ्यास किया जा सकता है। हालांकि, प्राणायाम हमेशा शांत जगह पर करना चाहिए, ताकि आपका ध्यान केवल अपनी सांस पर हो।
मुस्कुराना और पसंदीदा गतिविधियां कर सकती हैं मदद
तनाव हो तो यह चेहरे और हाव-भाव पर दिखने लगता है और आपके स्वास्थ्य और रूप-रंग पर भारी पड़ सकता है। हालांकि, मुस्कुराते रहने से इससे भी दूरी बनी रहती है। जब आप मुस्कुराते हैं तो आपका मस्तिष्क न्यूरोपैप्टाइड्स नामक छोटे अणुओं को छोड़ता है, जो कोर्टिसोल को नियंत्रित करके तनाव को दूर कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पसंदीदा गतिविधियों से भी मन खुश रहता है और तनाव से दूरी बन जाती है।
नजदीकी लोगों के साथ समय बिताएं
अक्सर लोग तनाव की वजह से अकेला रहना पसंद करते हैं, लेकिन इससे न सिर्फ आपकी समस्या बढ़ेगी, बल्कि कोर्टिसोल का स्तर भी बढ़ेगा। इसलिए लोगों से बातचीत करते रहने की आदत बना लें। साथ ही अपने परिवार और दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। ऐसा करने से आपको हल्का महसूस होगा और अंदर से ताकत आएगी, जो आपको कुछ नया करने या सोचने की शक्ति प्रदान करेगी।