अपने कोर को मजबूत करने के लिए करें पिलाटेस, जानिए इसमें होने वाली 5 प्रमुख एक्सरसाइज
पिलाटेस एक प्रभावी एक्सरसाइज प्रणाली है, जो मुख्य रूप से कोर मांसपेशियों को मजबूत करने पर केंद्रित है। यह व्यायाम न केवल पेट की मांसपेशियों को टोन करता है, बल्कि पीठ, कूल्हे और जांघों की मांसपेशियों को भी मजबूती देता है। नियमित रूप से पिलाटेस का अभ्यास करने से शरीर में संतुलन और लचीलापन बढ़ता है। इससे चोट लगने की संभावना कम होती है और आप स्वस्थ महसूस करते हैं। आइए इसमें होने वाले 5 व्यायाम जानते हैं।
पिलाटेस रोल-अप
रोल-अप एक क्लासिक पिलाटेस एक्सरसाइज है, जो पेट की मांसपेशियों को टारगेट करती है। इस व्यायाम में आपको पीठ के बल लेटकर धीरे-धीरे अपने शरीर को ऊपर उठाना होता है और फिर वापस नीचे आना होता है। यह प्रक्रिया आपकी रीढ़ की हड्डी और पेट की मांसपेशियों को मजबूती देती है। इसे करते समय सांस लेने का सही तरीका अपनाना जरूरी है, ताकि अधिकतम लाभ मिल सके और आप बेहतर महसूस करें।
प्लैंक
प्लैंक एक साधारण लेकिन प्रभावी एक्सरसाइज है, जो पूरे शरीर की मांसपेशियों पर काम करती है। इसमें आपको अपने हाथों और पैरों के बल सीधा लेटना होता है, जैसे कि आप पुश-अप करने जा रहे हों। इस स्थिति में बने रहने से आपके पेट, पीठ, कंधे और पैर मजबूत होते हैं। इसे 30 सेकंड से शुरू करें और धीरे-धीरे अपने समय को बढ़ाएं। इस व्यायाम के जरिए आपकी ताकत भी बढ़ जाएगी।
साइड प्लैंक
साइड प्लैंक एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो आपके बगल के हिस्से यानी ऑब्लिक मसल्स पर काम करती है। इसमें आपको अपने एक हाथ और पैर पर संतुलन बनाकर दूसरी तरफ झुकना होता है। इस स्थिति में बने रहने से आपके शरीर का बगल का हिस्सा मजबूत होता है और साथ ही संतुलन भी बेहतर होता है। इसे नियमित रूप से करने से आपकी कोर मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और शरीर का लचीलापन बढ़ता है।
हंड्रेड्स
हंड्रेड्स एक पारंपरिक पिलाटेस एक्सरसाइज है, जिसमें कार्डियो वर्कआउट भी शामिल होता है। इसमें आपको अपनी पीठ के बल लेटकर पैरों को ऊपर उठाना होता है और हाथों को तेजी से 100 बार ऊपर-नीचे करना होता है। यह व्यायाम आपकी सांस को स्थिर करता है और आपके पेट की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है। इसे नियमित रूप से करने से आपकी कोर मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। जानिए प्लैंक एक्सरसाइज से जुड़ी कुछ जरुरी बातें।
ब्रिज
ब्रिज एक्सरसाइज ग्लूट्स यानी कूल्हों की मांसपेशियों पर काम करती है। इसमें आपको अपनी पीठ के बल लेटना होता है। लेटने के बाद घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को जमीन पर रखें, फिर धीरे-धीरे अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं। इस प्रक्रिया में आपकी रीढ़ की हड्डी और शरीर के निचले हिस्से की मजबूती बढ़ती है। इसे नियमित रूप से करने से आपकी पीठ भी मजबूत होती है और शरीर का संतुलन भी बेहतर होता है।