क्या अक्सर बढ़ा रहता है आपका ब्लड प्रेशर? जानिए इसके पीछे के कारण
सामान्य ब्लड प्रेशर 120 (सिस्टोलिक) Hg mm और 80 (डायस्टोलिक) Hg mm होता है और 130/90 Hg mm से अधिक ब्लड प्रेशर को अधिक माना जाता है। इस स्थिति को साइलेंट किलर के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह मधुमेह, स्ट्रोक, किडनी फेल और हृदय रोग का कारण बन सकता है। हालांकि, अगर आपका ब्लड प्रेशर अक्सर उच्च स्तर पर रहता है तो आइए आज हम आपको इसके पीछे के कारण बताते हैं।
आनुवंशिकी
आनुवंशिकी से मतलब है जन्मजात। अगर आपके माता-पिता को हाई ब्लड प्रेशर है तो इसकी बहुत अधिक संभावना है कि आपको भी यह समस्या हो सकती है। भले ही आपका खान-पान पोषक तत्वों से भरपूर हो और आप रोजाना एक्सरसाइज भी करते हैं, लेकिन आनुवंशिकी होने के कारण आपको इस समस्या का अक्सर सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की सलाह अनुसार अपनी जीवनशैली में बदलाव करें।
वजन में बढ़ोतरी
बढ़ते वजन को ऐसे ही बीमारियों की जड़ नहीं कहा जाता। यह अर्थराइटिस से लेकर हाई ब्लड प्रेशर की वजह बन सकता है और हाई ब्लड प्रेशर से हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल, जब वजन बढ़ता है तो हृदय के लिए खून को पंप करना मुश्किल हो जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। इसलिए अपने वजन को बढ़ने से रोकें और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं।
तनाव
रोजाना कोई न कोई स्थिति तनाव का कारण बनती है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। यहां तक कि थोड़ा-सा तनाव भी हमारे दिल की धड़कन को तेज कर सकता है। बेशक आपका तनाव उत्पन्न करने वाली परिस्थितियों पर कोई नियंत्रण नहीं है, लेकिन आप मेडिटेशन या कुछ एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करके इस मानसिक समस्या पर काबू पा सकते हैं। इसके अतिरिक्त खुद को खूश रखने के अपने पसंदीदा कार्य भी करें।
निष्क्रिय जीवनशैली
प्रौद्योगिकी ने कई लोगों को आलसी बना दिया है। अगर सामने कंप्यूटर या टीवी हो तो शायद ही कोई इनके सामने से उठना पसंद करता होगा। यहां तक कि बच्चे भी आउटडोर गेम खेलने के बजाय प्लेस्टेशन जैसी गेम्स को पसंद करते हैं। शायद यही कारण है कि कई युवा जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इससे वजन बढ़ना आम बात है और बढ़ता वजन हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है।
बढ़ती उम्र
बढ़ती उम्र को कोई नहीं रोक सकता है और यह भी कई समस्याओं का कारण बन जाती है। उन्हीं में से एक है कि बढ़ती उम्र के साथ शरीर में वसा जमा होने के कारण धमनियां कठोर हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। हर्मोनल असंतुलन भी ब्लड प्रेशर के स्तर को प्रभावित कर सकता है। इसलिए बढ़ती उम्र में समय-समय पर डॉक्टरी जांच करवाते रहना महत्वपूर्ण है।