महादेव ऐप घोटाला: जूस बेचने वाले सौरभ ने कैसे की 6,000 करोड़ की ठगी?
छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव ऐप घोटाले में कानूनी एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। ऐप के मुख्य प्रमोटरों में से एक सौरभ चंद्राकर को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे जल्द ही भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। इससे पहले ऐप के एक और मुख्य प्रमोटर रवि उप्पल को दुबई में हिरासत में लिया गया था। भिलाई का रहने वाला सौरभ कभी जूस की दुकान चलाता था। आइए जानते हैं इस घोटाले की पूरी कहानी।
कौन है सौरभ और रवि?
सौरभ और रवि महादेव ऐप के मुख्य प्रमोटर हैं। दोनों ही भिलाई के रहने वाले हैं। सौरभ के पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे। महादेव ऐप शुरू करने से पहले सौरभ की एक जूस की दुकान भी थी। बाद में इस काम में उसने अपने दोस्त रवि को भी शामिल कर लिया। अधिकारियों और पुलिस की मिलीभगत से धीरे-धीरे दोनों का ये धंधा चल निकला। 2019 में दोनों दुबई चले गए।
भारत में खोले 30 कॉल सेंटर, कई देशों में कारोबार
दुबई जाने के बाद दोनों ने भारत में ऐप का कामकाज अपने करीबी दोस्त अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी को सौंप दिया। ये दोनों भारत में 30 से भी ज्यादा कॉल सेंटर चला रहे थे। अकेले भारत में ही ऐप के लगभग 4,000 पैनल ऑपरेटर थे, जिनमें से हर एक सट्टा लगाने वाले 200 ग्राहकों को संभालता था। बाद में ऐप का जाल मलेशिया, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) तक फैल गया।
कैसे काम करती थी ऐप?
ऐप पर चुनाव से लेकर क्रिकेट तक में सट्टा लगाया जा सकता था। इसके अलावा यूजर्स पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम नाम से लाइव गेम भी खेल सकते थे। सट्टेबाजी के जरिए पैसे कमाने का लालच देकर एजेंट लोगों को जोड़ते थे। कंपनी के साथ जुड़ने के लिए यूजर को दिए गए नंबर पर संपर्क करना होता था। इसके बाद यूजर्स को व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया जाता था और वेबसाइट पर आईडी बनाने को कहा जाता।
बेनामी खातों के जरिए होता थे लेन-देन
आईडी बन जाने के बाद यूजर्स को पैसे लगाने के लिए 2 अलग-अलग नंबर दिए जाते थे। एक नंबर का उपयोग ऐप में पैसे जमाकर पॉइंट इकट्ठा करने में किया जाता। इन पॉइंट से सट्टा लगाया जाता। दूसरे नंबर से यूजर जीते हुए पॉइंट को रकम में बदलकर अपने खाते में डलवा सकता था। ये सारा लेन-देन बेनामी खातों के जरिए किया जाता था। इसके लिए सौरभ और रवि ने बड़ी संख्या में फर्जी बैंक खाते खोले थे।
यूजर को लगाया जाता था लालच
सट्टा लगाने वाले ऐप और वेबसाइट को इस तरह से बनाया गया था कि इसमें हमेशा वेबसाइट संचालक की जीत होती थी। शुरुआत में लत लगाने के लिए खिलाड़ियों को 500 रुपये का सट्टा लगाने को कहा जाता था। इसमें खिलाड़ी की हार के बावजूद उसे ये पैसे वापस कर दिए जाते थे। इसके अलावा छोटी रकम में खिलाड़ी को जीत दिलाकर पहले उसे लत लगाई जाती थी। जैसे ही खिलाड़ी बड़ी रकम लगाता है तो वो हार जाता था।
सौरभ ने शादी में निजी विमान से बुलाए थे मेहमान
सौरभ ने पिछले साल फरवरी में UAE में आलीशान शादी की थी, जिसमें 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। शादी में शामिल होने के लिए रिश्तेदारों को नागपुर से प्राइवेट जेट में ले जाया गया था। सनी लियोनी, नेहा कक्कड़, राहत फतेह अली खान, आतिफ असलम और टाइगर श्राफ जैसे दर्जनों सेलिब्रिटी ने शादी में परफॉर्म किया था। इन लोगों को भुगतान करने के लिए हवाला का इस्तेमाल किया गया था।
करीब 6,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का अनुमान
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐप के जरिए 6,000 करोड़ रुपये के लेन-देन हुए हैं। करीब 10 लाख लोगों ने ऐप पर 500 से लेकर 5,000 रुपये तक का सट्टा लगाया था। छत्तीसगढ़ पुलिस ने कहा था कि इस रैकेट में 3,033 बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया था। पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 39 शहरों में छापेमारी कर 417 करोड़ की नकदी के साथ-साथ कई दस्तावेज जब्त किए थे।
जांच एजेंसियों के निशाने पर बॉलीवुड कलाकार और राजनेता
मामले में रणबीर कपूर, टाइगर श्रॉफ, नेहा कक्कड़, सनी लियोनी, कृष्णा अभिषेक, भारती सिंह, नुसरत भरूचा, आतिफ असलम, राहत फतेह अली खान, विशाल ददलानी समेत करीब 15 कलाकार जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस के 2 अधिकारी भी गिरफ्तार किए गए थे। ED ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी 508 करोड़ रुपये मिले थे। एक मामले में तो बघेल को आरोपी भी बनाया गया है।