
विदेश मंत्री जयशंकर बोले- अमेरिका से टैरिफ पर मतभेद, इसलिए व्यापार समझौता अटका
क्या है खबर?
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत के अमेरिका के साथ टैरिफ को लेकर मतभेद हैं और इसी वजह से दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ हमारे कुछ मतभेद हैं और इसी वजह से हम समान स्तर पर नहीं पहुंच पाए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ हैं। जयशंकर ने ये भी कहा कि दोनों पक्ष इसे सुलझाने पर काम कर रहे हैं।
बयान
जयशंकर बोले- भारत की 'लाल रेखाओं' का सम्मान जरूरी
जयशंकर ने कहा, "अमेरिका के साथ समझ होनी चाहिए, क्योंकि यह एक बड़ा बाजार है। दुनिया के बहुत से देश इस समझ तक पहुंच चुके हैं, लेकिन भारत की 'लाल रेखाओं' का सम्मान किया जाना चाहिए।" जयशंकर ने उम्मीद जताई कि टैरिफ का असर व्यापार के हर पहलू पर नहीं पड़ेगा और अमेरिका के साथ रिश्तों का बड़ा हिस्सा अभी भी सामान्य है। उन्होंने कहा कि टैरिफ ने नीति निर्माताओं के लिए दुविधा पैदा कर दी है।
युद्ध
जयशंकर ने कहा- आजकल युद्ध संपर्क रहित हुए
जयशंकर ने कहा कि आज का युद्ध संपर्क रहित हो गया है, जहां स्टैंडऑफ हथियार निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, "आज हथियारों और युद्ध की प्रकृति मूल रूप से बदल गई है। हमने इसे कई संघर्षों में देखा है, जो अजरबैजान-अर्मेनिया, यूक्रेन-रूस और इजरायल-ईरान से शुरू होता है। इसलिए स्टैंडऑफ हथियारों के साथ संपर्क रहित युद्ध निर्णायक परिणाम दे सकते हैं।" जयशंकर ने ये बातें दिल्ली में आयोजित चौथे कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन के दौरान कही।
क्वॉड
जयशंकर ने क्वॉड को प्रभावी मंच बताया
जयशंकर ने क्वॉड के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे एक सक्रिय और प्रभावी मंच बताया। उन्होंने कहा, "क्वाड पूरी तरह सुचारू रूप से कार्य कर रहा है और इस वर्ष इसके विदेश मंत्रियों की दो बैठकें हो चुकी हैं। पहली बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के तुरंत बाद हुई थी।" बता दें कि इस साल भारत क्वॉड लीडर्स समिट की मेजबानी करने जा रहा है। हालांकि इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है।
टैरिफ
अमेरिका ने भारत पर लगाया है 50 प्रतिशत टैरिफ
अमेरिका ने 7 अगस्त को भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था। इसके बाद रूस से तेल खरीद के चलते 27 अगस्त से 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ और लगाया गया। यानी भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लागू है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस से तेल खरीद कर भारत यूक्रेन युद्ध को फंड कर रहा है। भारत का कहना है कि वो अपने व्यापारिक फैसले राष्ट्रीय हितों को देखते हुए लेगा।