NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा कर रहा ISRO, जानिये भविष्य की बड़ी योजनाएं
    देश

    अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा कर रहा ISRO, जानिये भविष्य की बड़ी योजनाएं

    अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा कर रहा ISRO, जानिये भविष्य की बड़ी योजनाएं
    लेखन प्रमोद कुमार
    Jun 17, 2019, 05:32 pm 1 मिनट में पढ़ें
    अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा कर रहा ISRO, जानिये भविष्य की बड़ी योजनाएं

    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) देश के लिए गर्व का दूसरा नाम बन गया है। ISRO हर मिशन के साथ अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा करता जा रहा है। अमेरिका में जितनी लागत में एक फिल्म बनती है, उससे कम लागत में ISRO ने सफलतापूर्वक चांद पर अपना मिशन भेज दिया। अब दुनिया के बड़े-बड़े देश अंतरिक्ष के मामले में भारत की तरफ देखने लगे हैं। आइये, जानते हैं ISRO की भविष्य की बड़ी योजनाएं क्या हैं।

    अंतरिक्ष में होगा भारत का स्पेस स्टेशन

    भारत आने वाले वर्षों में अपना स्पेस स्टेशन बनाने की योजना पर काम कर रहा है। ISRO प्रमुख के सिवान ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह गगनयान मिशन का ही एक विस्तार होगा। उन्होंने कि यह एक छोटा मॉड्यूल होगा, जिसका मुख्य उपयोग माइक्रोग्रैविटी प्रयोगों के लिए किया जाएगा। गगनयान के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद ही इस योजना को आगे बढ़ाया जा सकेगा। अगले 5-7 साल में इसकी अवधारणा पर काम किया जाएगा।

    ISRO भेजेगा भारतीय अंतरिक्ष यात्री

    ISRO 2022 में गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष में भारत का पहला मानव मिशन भेजेगा। इसके तहत 3 भारतीयों को 7 दिनों के लिए अंतरिक्ष भेजा जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए 10 हजार करोड़ के बजट को मंजूरी दी है। अगर गगनयान मिशन कामयाब रहता है तो भारत दुनिया का केवल चौथा ऐसा देश होगा, जो मानव को अंतरिक्ष में भेजने में कामयाब होगा। इससे पहले अमरेका, रूस और चीन ये कारनामा कर चुके हैं।

    1975 में लॉन्च किया था पहला सैटेलाइट

    1969 में शुरुआत के साथ ही ISRO ने अंतरिक्ष की ऊंचाईयां हासिल करना का सपना देख लिया था। 19 अप्रैल, 1975 को भारत ने अपना पहला सैटेलाइट आर्यभट्ट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।

    अगले महीने लॉन्च होगा चंद्रयान-2

    ISRO अगले महीने दूसरे चंद्रयान मिशन की योजना बना रहा है। हाल ही में ISRO ने इसके मॉड्यूल की फोटो जारी की थी। इस मिशन पर पूरी तरह भारत में तैयार तीन मॉड्यूल भेजे जाएंगे। इनमें एक ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर होगा। ऑर्बिटर चांद की सतह से 100 किलोमीटर की दूरी पर चक्कर लगाएगा, जबकि लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा और रोवर चांद की सतह पर प्रयोग करेगा। इस यान को GSLV MK-III लॉन्च व्हीकल से लॉन्च किया जाएगा।

    सफल साबित हुआ था चंद्रयान-1

    इससे पहले भारत ने अक्टूबर, 2008 में चंद्रयान-1 मिशन लॉन्च किया था, जिसमें केवल एक ऑर्बिटर शामिल था। चंद्रयान-1 ने चंद्रमा की कक्षा के 3,400 से ज्यादा चक्कर लगाए और उसकी सतह की सैकड़ों तस्वीरें लीं। हालांकि ईंधन की कमी के कारण मिशन पूरा नहीं हो सका और अगस्त 2009 को चंद्रयान-1 से संपर्क टूट गया। इस मिशन को चांद की सतह पर पानी की खोज का श्रेय दिया जाता है। पूरी दुनिया में इस मिशन की तारीफ हुई थी।

    हॉलीवुड फिल्म की लागत से भी कम खर्च में मंगल पर भेजा मिशन

    ISRO ने 5 नवंबर, 2013 में भारत का पहला मंगल अभियान मार्स ऑर्बिटर मिशन (MOM) भेजा था। 24 सितंबर, 2014 को मंगलयान 67 करोड़ किलोमीटर का सफर पूरा कर पहली ही कोशिश में सीधे मंगल ग्रह की कक्षा में जा पहुंचा था। एशिया को कोई भी देश अब तक ऐसा नहीं कर पाया है। इस मिशन पर केवल 450 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, जबकि हॉलीवुड फिल्म ग्रैविटी की लागत 600 करोड़ रुपये थी।

    एक साथ लॉन्च किए थे 104 सैटेलाइट

    फरवरी, 2017 में ISRO ने एक साथ 104 सैटेलाइट लॉन्च कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। एक अंतरिक्ष अभियान में इससे पहले इतने उपग्रह एक साथ नहीं छोड़े गए थे। इससे पहले एक अभियान में सबसे ज्यादा सैटेलाइन भेजने का रिकॉर्ड रूस के नाम था, जिसने 2014 में एक साथ 37 सैटेलाइट भेजे थे। इस अभियान में ISRO ने अमेरिका और इजरायल जैसे तकनीकी रूप से उन्नत देशों के सैटेलाइट भी लॉन्च किए थे।

    पिछले महीने ही लॉन्च किया था RISAT-2B

    ISRO ने 22 मई को सुबह 5:30 बजे श्रीहरिकोटा से हर मौसम के रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह 'RISAT-2B' को सफलतापूर्व लॉन्च किया था। यह RISAT सीरीज का चौथा सैटेलाइट है। ISRO ने जानकारी दी कि PSLV-C46 ने इस सैटेलाइट को पृथ्वी की निचली कक्षा (लो अर्थ ऑरबिट) में स्थापित किया गया। यह खुफिया निगरानी, कृषि, वन और आपदा प्रबंधन सहयोग जैसे क्षेत्रों में मदद करेगा। RISAT-2B 2009 में भेजे गए RISAT-2 की जगह लेगा।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ISRO
    मंगलयान
    ISRO उपग्रह लॉन्च

    ISRO

    चंद्रयान-3 और आदित्य-L1 जुलाई में हो सकते हैं लॉन्च, ये होंगे ISRO के लक्ष्य चंद्रयान-3
    ISRO ने बनाया चांद के सबसे दूर वाले हिस्से तक पहुंचने का प्लान, जापान करेगा मदद अंतरिक्ष अभियान
    एलन मस्क ने PSLV-C55 मिशन के सफल लॉन्च के लिए ISRO को दी बधाई एलन मस्क
    ISRO ने लॉन्च किए सिंगापुर के 2 सैटेलाइट, दिन-रात मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी  ISRO उपग्रह लॉन्च

    मंगलयान

    आठ साल बाद मंगलयान मिशन का अंत, बैटरी-ईधन खत्म होने से टूटा संपर्क ISRO
    NASA लॉन्च करेगी दो हेलीकॉप्टर, मंगल ग्रह से लेकर आएंगे चट्टानों और मिट्टी के नमूने नासा
    ISRO की बड़ी उपलब्धि, छह महीने के लिए भेजे गए मंगलयान ने पूरे किए पांच साल ISRO
    चंद्रयान-2 के बाद अब टिकी हैं ISRO के इन मिशन पर नजरें ISRO

    ISRO उपग्रह लॉन्च

    ISRO ने 36 सैटेलाइटों को किया लॉन्च, जानिए क्यों खास है यह मिशन ISRO
    चंद्रयान-3 और आदित्य L1 2023 के मध्य तक हो सकते हैं लॉन्च चंद्रयान-3
    ISRO का SSLV-D2 मिशन सफलतापूर्वक पूरा, कक्षा में स्थापित किए गए 3 सैटेलाइट ISRO
    ISRO का नया रॉकेट हुआ फेल; जानिए क्या हैं इसके मायने नासा

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू IPL 2023
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023