
पश्चिम बंगाल: दो गुटों के बीच हिंसा के बाद तनाव, केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में फिर से सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई है। कोलकाता के मोमिनपुर और एकबालपुर में रविवार रात को दो समुदायों के बीच हिंसा भड़कने से क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया।
हिंसा के दौरान एक पक्ष की ओर से जमकर पथराव किया गया और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। एकबालपुर थाने में भी तोड़फोड़ की गई।
इधर, भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है।
पृष्ठभूमि
झंडे फाड़ने के बाद भड़की हिंसा
पुलिस के अनुसार, 9 अक्टूबर को मिलाद-उन-नबी के लिए लगाए गए धार्मिक झंडों को किसी ने फाड़ दिया था। इसके बाद रविवार को मोमिनपुर में तनाव बढ़ गया और बाद में इसने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया।
उपद्रवियों ने कई वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ की और पथराव किया।
इसी घटना के विरोध और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कुछ लोग एकबालपुर थाने पहुंचे और पथराव के बाद तोड़फोड़ कर दी। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
आरोप
भाजपा ने लगाया हिंदुओं को निशाना बनाने का आरोप
मोमिनपुर में फैली हिंसा और तनाव के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में कई वाहन सड़क पर पड़े दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने टि्वट में तंज कसते हुए लिखा, 'एक शांतिप्रिय समुदाय द्वारा अपने त्योहार मिलाद-उन-नबी को मनाते हुए हिंदुओं की दुकानों और वाहनों को तोड़ा गया। हमेशा की तरह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोई कार्रवाई नहीं की और उन लोगों को खुला छोड़ दिया।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें हिंसा के बाद का वीडियो
Bikes and shops of Hindus vandalised by peaceful community today as they celebrate their festival at Maila Depot, Mominpore. As usual, CM isn’t talking any action against them and giving them free hand. pic.twitter.com/GJ7N2EHhpl
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) October 9, 2022
बयान
'हिंदुओ पर अत्याचार की अनुमति दे रही है मुख्यमंत्री'
मजूमदार ने लिखा, 'राज्य में हिंदुओं पर बढ़ते हमलों के कारण वो पलायन कर रहे हैं। मयूरभंज, कोलकाता बंदरगाह में उनके घरों पर हमला किया जा रहा है। यह सब पुलिस चुपचाप देख रही है। मुख्यमंत्री हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार की अनुमति दे रही हैं।'
हिरासत
हिरासत में लिए गए भाजपा नेता
मामले में सोमवार को विरोध जताने जा रहे भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोक लिया और कई नेताओं को हिरासत में ले लिया।
ये नेता हिंदुओं पर किए गए हमले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
इसको लेकर पुलिस ने भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, राज्य सचिव उमेश राय और भाजपा नेता आरके हांडा को लालबाजार सेंट्रल लॉक-अप में हिरासत में ले लिया है। इसका भाजपा के अन्य नेताओं ने कड़ा विरोध किया है।
पत्र
सुवेंदु अधिकारी ने गृह मंत्री को लिखा पत्र
घटना को लेकर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल एलए गणेशन को पत्र लिखकर मोमिनपुर में हिंसा और एकबालपुर थाने में तोड़फोड़ के बाद वहां केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है।
उन्होंने पत्र में लिखा, 'लक्ष्मी पूजा की पूर्व संध्या पर कोलकाता के खिदिरपुर मोमिनपुर इलाके में हिंदू समुदाय पर हमले हुए हैं। हिंसा में गुंडों और असामाजिक तत्वों ने हिंदुओं की कई दुकानों और बाइकों में तोड़फोड़ की।'
आत्मसमर्पण
सरकार ने किया नम्रतापूर्वक आत्मसमर्पण- अधिकारी
अधिकारी ने पत्र में लिखा, 'ममता बनर्जी सरकार ने हिंसा में शामिल लोगों के सामने नम्रतापूर्वक आत्मसमर्पण कर दिया है। कुछ बदमाशों ने एकबालपुर थाने पर कब्जा कर लिया। मुझे आशंका है कि पश्चिम बंगाल सरकार इस बार भी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, क्योंकि वो एक खास समुदाय से हैं। इस बार भी यह हिंसा पूरे राज्य में फैल सकती है।'
उन्होंने हालातों को देखते हुए राज्य में तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती करने की मांग की है।
जानकारी
हाई कोर्ट में भी दायर हुई याचिका
मोमिनपुर हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के बाद केंद्रीय बलों की तैनाती का मामला कलकत्ता हाई कोर्ट पहुंच गया है। एक संगठन ने इसको लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में मामले में जल्द जल्द सुनवाई की मांग भी की गई है।