अमेरिका से 157 अवैध अप्रवासी भारतीयों को लेकर तीसरा विमान आज आएगा अमृतसर
क्या है खबर?
अमेरिका से अवैध अप्रवासी भारतीयों को निर्वासित करने का सिलसिला जारी है। आज 157 भारतीयों को लेकर तीसरा विमान पंजाब के अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने वाला है।
इसमें पंजाब के 54, हरियाणा के 60, गुजरात के 34, उत्तर प्रदेश के 3 और महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश का एक-एक शख्स शामिल हैं।
इससे पहले 15 फरवरी की रात को भी निर्वासितों को लेकर आया दूसरा विमान अमृतसर में उतरा था। इसमें 119 भारतीय थे।रो
दूसरा विमान
निर्वासित किए गए 2 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया
15 फरवरी को अमृतसर आए विमान में पंजाब के 67, हरियाणा के 33, गुजरात के 8, उत्तर प्रदेश के 3, महाराष्ट्र, गोवा और राज्यस्थान के 2-2 और हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का एक-एक शख्स थे।
निर्वासितों में शामिल पंजाब के 2 चचेरे भाईयों- संदीप और प्रदीप को पंजाब पुलिस ने अमृतसर हवाई अड्डे से ही गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर पंजाब में आपराधिक मामले दर्ज होने की वजह से ये कार्रवाई हुई है।
हथकड़ी
विरोध के बावजूद पुरुषों को हथकड़ी लगाकर भेजा
अमेरिका ने पहले विमान में निर्वासित किए गए लोगों के हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां बांध रखी थी। विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर सरकार को घेरा था। इसके बाद सरकार ने कहा था कि वो मामले को अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाएगी।
हालांकि, इसके बावजूद दूसरे विमान में पुरुषों को हथकड़ी लगाकर भेजा गया है। हवाई अड्डे पर करीब 5 घंटे की जांच के बाद सभी को घर भेज दिया गया है।
कुल निर्वासित
अब तक 223 भारतीय निर्वासित किए गए
अमेरिका ने सबसे पहले 5 फरवरी को 104 अवैध अप्रवासी भारतीयों को निर्वासित किया था। ये सभी अमेरिकी सेना के मालवाहक जहाज से अमृतसर भेजे गए थे। इनमें 13 बच्चे, 79 पुरुष और 25 महिलाएं थीं।
विमान में गुजरात और हरियाणा के 33-33, पंजाब के 30, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के 2 और महाराष्ट्र के 3 लोग शामिल थे।
इसके बाद 15 फरवरी को 119 लोग निर्वासित किए गए हैं।
विरोध
अमृतसर में विमानों की लैंडिंग का मुख्यमंत्री ने किया विरोध
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान निर्वासितों के विमान को अमृतसर लाए जाने का विरोध कर रहे हैं।
बीते दिन उन्होंने कहा, "विदेश मंत्रालय बताए कि ये फैसला लेने का आधार क्या है? ये पंजाब को बदनाम करने की भाजपा की साजिश है। केंद्र सरकार पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करना चाहती है। पहले भी जो निर्वासित हुए थे, उनमें अलग-अलग प्रदेशों के लोग थे, फिर विमान अमृतसर में क्यों उतारे जा रहे हैं?"