उत्तर प्रदेश: बरेली में पाकिस्तानी गाने सुनने के लिए जेल में बंद किए गए दो नाबालिग
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के बरेली में पाकिस्तानी गाने सुनने के लिए दो मुस्लिम नाबालिगों को जेल में बंद करने का मामला सामने आया है। उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है।
एक स्थानीय शख्स की शिकायत पर उन्हें हिरासत में लिया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इन गानों में पाकिस्तान की तारीफ की जाती थी।
दोनों युवकों का गाने सुनते हुए का एक वीडियो भी सामने आया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हिरासत में लिए गए युवकों की उम्र 16 और 17 साल है और वे चचेरे भाई हैं।
वो बरेली के सिंघई मुरवान इलाके में एक दुकान चलाते हैं। ये इलाका भूटा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है।
कुछ ग्रामीणों के अनुसार, वो दोनों ऐसे गाने सुनते थे जिनमें पाकिस्तान की तारीफ की जाती थी। उनका ऐसा करना शिकायतकर्ता को नहीं भाया और उसने पुलिस के पास जाकर उनकी गिरफ्तारी की मांग की।
आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप- युवकों ने भारत के बारे में कहीं गलत बातें
पुुलिस ने नाबालिगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 153B (राष्ट्रीय एकता पर प्रभाव डालने वाले बयान) , 504 (जानबूझकर अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की है।
FIR में यह भी कहा गया है कि जब शिकायतकर्ता ने दोनों युवकों से पाकिस्तानी गाने सुनना बंद करने को कहा तो उन्होंने उसे गाली देना शुरू कर दिया और भारत के बारे में गलत बातें कहीं।
जानकारी
परिजनों ने कहा- बिना परिणामों की चिंता किए चला दिए थे गाने
नाबालिगों के चचेरे भाई ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्होंने बिना इसके परिणामों की चिंता किए गाने चला दिए थे। नाबालिगों के परिजनों ने बताया कि दोनों को बुधवार सुबह 5 बजे गिरफ्तार किया गया और पूरी रात पुलिस ने हिरासत में रखा।
बयान
SSP ने कहा- वरिष्ठ अधिकारी करेगा वीडियो की सत्यता की जांच
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रोहित सिंह सजवां ने बताया, "मुझे नहीं पता कि युवकों को पुलिस ने रात भर हिरासत में रखा था। जैसा कि मुझे पता है, उन्हें इस सुबह पूछताछ के लिए बुलाया जाना था। ऐसे मामलों में नोटिस देने का प्रावधान है क्योंकि अपलोड किए गए वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है। मैं एक वरिष्ठ अधिकारी से जांच की निगरानी रखने और रिपोर्ट प्रदान करने को कहा है।"
मुस्लिमों का उल्लंघन
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि भारत में मु्स्लिमों के त्योहारों, पहनावे और व्यवसायों के खिलाफ एक अभियान सरीखा चलाया जा रहा है।
सबसे पहले कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने पर सवाल उठाए गए।
इसके बाद कर्नाटक में ही मंदिर परिसरों में चल रही मुस्लिमों की दुकानों को बंद कर दिया गया।
धीरे-धीरे ये अभियान देशभर में फैल गए और अब हलाल मीट से लेकर लाउडस्पीकरों से अजान पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की जा रही है।