बिहार: ट्रेन के इंजन और पुल के पुर्जे हो रहे चोरी, कई शहरों में हुई घटना
बिहार के कई जिलों में चोरी के हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य में चोरों के कई गिरोह सक्रिय हैं जो रेलवे के पुराने डीजल इंजनों और पुल के पुर्जों को चोरी कर रहे हैं। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। चोरी में कई अन्य लोगों के भी शामिल होने का शक जताया जा रहा है।
बेगूसराय में चोरी हुआ पूरा इंजन
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चोरों के गिरोह ने बेगूसराय जिले के बरौनी स्थित गरहारा रेलवे यार्ड में मरम्मत के लिए लाए गए एक डीजल इंजन को ही साफ कर दिया। चोरों ने यह काम एक बार में थोड़े-थोड़े पुर्जे चुराकर पूरा किया। पुलिस ने बताया कि चोरों ने रेलवे यार्ड तक एक सुरंग भी खोद ली थी। चोर सुरंग के जरिए रेलवे यार्ड आकर इंजन के पुर्जों को चुराते और उन्हें बोरों में भरकर ले जाते थे।
कबाड़ के गोदाम से मिले इंजन के पुर्जों से भरे 113 बोरे
पुलिस ने मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनकी निशानदेही पर मुजफ्फरनगर जिले की प्रभात कॉलोनी में कबाड़ के एक गोदाम में छापेमारी की गई। पुलिस को गोदाम से चोरी हुए रेलवे इंजनों के पुर्जों के लगभग 113 बोरे मिले।
पूर्णिया में इंजीनियर ने बेच दिया भाप का पुराना इंजन
इससे पहले हाल ही में पूर्णिया जिले में रेलवे के एक इंजीनियर ने कथित तौर पर एक पुराने भाप के इंजन को बेच दिया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि इंजीनियर ने एक फर्जी पत्र का इस्तेमाल करते हुए ऐसा किया था। यह पत्र समस्तीपुर डिवीजन के डिविजनल मैकेनिकल इंजीनियर के नाम से जारी किया गया था। इस भाप के इंजन को लोगों को दिखाने के लिए खुले में इसकी प्रदर्शनी की गई थी।
अररिया में लोहे के पुल के हिस्से मिले गायब
इसके अलावा चोरों के एक अन्य गिरोह ने अररिया जिले में सीताधार नदी पर बने लोहे के पुल को भी खोलना शुरू कर दिया है। पलटनिया पुल से लोहे के कई एंगल और अन्य पार्ट्स गायब मिले हैं। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर पुल की सुरक्षा के लिए एक कॉन्स्टेबल को तैनात किया है। यह पुल अररिया जिले के दो शहरों फारबिसगंज और रानीगंज को जोड़ता है।
अप्रैल में भी सामने आया था ऐसा ही मामला
इस साल अप्रैल में भी चोरी का ऐसा ही एक मामला सामने आया था। तब चोरों ने करीब 45 साल पुराने और 500 टन वजनी स्टील के पुल को चोरी करके उसके हिस्सों को बेच दिया था। ये चोर दिन में पुल को खोलते थे जिससे उन पर किसी को शक न हो। पुलिस ने मामले में जल संसाधन विभाग के एक सहायक अभियंता समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। उनकी निशानदेही पर कबाड़ बरामद किया गया था।