आतंकियों ने फिर दी कश्मीरी पंडितों को धमकी, कहा- बस्तियों को कब्रिस्तान में बदल देंगे
क्या है खबर?
आतंकियों ने एक बार फिर से कश्मीरी पंडितों को धमकी दी है। 'कश्मीर फाइट' नामक आतंकी संगठन ने ताजा धमकी जारी करते हुए कश्मीरी पंडितों की बस्तियों को कब्रिस्तान में बदलने की चेतावनी दी है।
संगठन ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारियों के लिए बनाई जा रही बस्तियों के संदर्भ में ये धमकी दी है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को ही बारामूला और बांदीपोरा में बनी रही इन बस्तियों का दौरा किया था।
धमकी
आतंकी संगठन ने अपनी धमकी में क्या कहा?
मनोज सिन्हा के दौरे की प्रतिक्रिया में की गई अपनी धमकी भरी पोस्ट में कश्मीर फाइट ने कहा कि कब्जा करने वाली यह कठपुतली सरकार प्रधानमंत्री पैकेज बलि के बकरों (कश्मीरी पंडित कर्मचारी) को सपनों की दुनिया में रखना चाहती है, लेकिन इस बात को भूल जाती है कि उसकी गंदे मंसूबों का पर्दाफाश हो गया है।
कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की एक सूची संलग्न करते हुए उसने कहा कि यह केवल सूची नहीं बल्कि उनके लिए चेतावनी है।
धमकी
बस्ती बनाने में शामिल सभी लोगों को कठोर सजा दी जाएगी- कश्मीर फाइट
कश्मीर फाइट ने अपनी धमकी में आगे कहा कि कश्मीरी पंडित और अन्य गैर-स्थानीय और विदेशी कर्मचारियों के इस जमीन पर जो बस्तियां बनाई गई हैं, वो उनके लिए कब्रिस्तान बनेंगी।
उसने कहा कि उसके लड़ाके जम्मू-कश्मीर में इजरायल जैसी बस्तियां नहीं बसने देंगे और इसमें शामिल हर किसी को कठोर सजा दी जाएगी।
संगठन ने कहा कि बस्तियां बनाने में शामिल ठेकेदारों को भी नहीं बख्शा जाएगा और लड़ाकों का क्रोध सभी गद्दारों पर निकलेगा।
जानकारी
कश्मीरी पंडितों को आत्मनिरीक्षण कर अंतिम फैसला लेने की "सलाह"
कश्मीर पंडितों को आत्मनिरीक्षण की सलाह देते हुए धमकी में कहा गया है कि अंतिम फैसला उन्हें ही लेना है, लेकिन याद रखें कि ये बस्तियां उनका कब्रिस्तान हैं। उसने कहा कि समुद्र उफनता है तो आसपास की सारी चीजों को तबाह कर देता है।
अन्य धमकी
पहले भी कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने की धमकी दे चुके हैं आतंकी
ये पहली बार नहीं है जब हालिया समय में आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों को धमकी दी है।
मई में ही लश्कर-ए-इस्लाम नामक आतंकी संगठन न कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने या मरने के लिए तैयार रहने को कहा था।
उसने कहा था, "कश्मीरी पंडितों के लिए (कश्मीर में) कोई जगह नहीं है, जो कश्मीरी मुस्लिमों को मारने के लिए कश्मीर में एक और इजरायल बनाना चाहते हैं। अपनी सुरक्षा दोगुनी-तिगुनी कर दो, लक्षित हत्याओं के लिए तैयार रहो। तुम मरोगे।"
हत्याएं
इस साल तीन कश्मीरी पंडितों की हत्या कर चुके हैं आतंकी
बता दें कि इस साल कश्मीर में आतंकियों ने 22 लोगों की लक्षित हत्याएं की गई हैं जिनमें तीन कश्मीरी पंडित शामिल हैं।
16 अक्टूबर को शोपियां के चौधरीगुंड गांव में कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की हत्या कर दी गई थी। इससे 16 अगस्त को शोपियां में ही एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी गई थी।
वहीं 12 मई को आतंकियों ने बडगाम में तहसीलदार के दफ्तर में घुसकर राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
दहशत
दहशत के कारण घाटी छोड़ कर जा रहे कश्मीरी पंडित
इन लक्षित हत्याओं के कारण कश्मीरी पंडित दहशत में हैं और पिछले कुछ महीनों में कश्मीरी पंडितों के कम से कम 17 परिवार घाटी छोड़ चुके हैं।
अक्टूबर में ही कश्मीरी पंडितों के 10 परिवार दक्षिण कश्मीर के शोपियां के चौधरीगुंड गांव को छोड़कर जम्मू चले गए।
कृष्ण भट की हत्या के बाद उन्होंने यह फैसला लिया था। इन पंडितों ने 1990 के दशक के मुश्किल समय में भी कश्मीर नहीं छोड़ा था, लेकिन अब उन्हें मजबूर होना पड़ा।