जम्मू-कश्मीर: शोपियां में आतंकवादियों ने गोली मारकर की कश्मीरी पंडित की हत्या
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों ने गोली मारकर एक कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी है, जबकि उसका भाई घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि आतंकियों ने उन पर तब गोलियां चलाईं, जब वे सेब के बगीचे में मौजूद थे। गोली लगने से सुनील कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके भाई पिंटू कुमार को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया है। सुरक्षाबलों ने इलाके में घेराबंदी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।
24 घंटों के भीतर कश्मीरी पंडितों पर दूसरा हमला
यह बीते 24 घंटों के भीतर कश्मीरी पंडितों पर हुआ दूसरा हमला है। सोमवार को जब देश 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा था, तब आतंकियों ने बडगाम में एक कश्मीरी पंडित के घर पर ग्रेनेड फेंका था। ग्रेनेड फेंकने से करण कुमार सिंह नामक व्यक्ति घायल हो गए थे, जिन्हें श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को ही आतंकियों ने श्रीनगर में पुलिस कंट्रोल रूम पर ग्रेनेड फेंककर पुलिसकर्मी को घायल किया था।
भाजपा ने की हमले की निंदा
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने इस आतंकी कृत्य की निंदा करते हुए हमलावरों को कड़ी सजा देने की मांग की है। वहीं कश्मीरी पंडित संघर्ष समाज ने इसे कश्मीर में एक और खूनी दिन बताया है।
पिछले हफ्ते हुई थी प्रवासी मजदूर की हत्या
बीते एक हफ्ते में आतंकवादियों ने दूसरे आम नागरिक को निशाना बनाया है। बीते शुक्रवार को आतंकियों ने बांदीपोरा में एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक की पहचान के मधेपुरा निवाी मोहम्मद अमरेज के तौर पर हुई है। गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी तक यह हमला करने वाले आतंकवादी सुरक्षाबलों की पहुंच से दूर हैं।
मई-जून में बढ़े थे नागरिकों पर हमले
प्रवासी मजदूर पर हमले की घटना की मई-जून की याद दिला दी है, जब कश्मीर में प्रवासी मजदूरों और अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े थे। उस दौरान आतंकी ने एक के बाद एक निशाना बनाकर हत्याएं की थी, जिससे लोगों में डर फैल गया था और कुछ लोग घाटी छोड़ने पर मजबूर हो गए थे। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए थे
एक साथ हुई थीं कई लक्षित हत्याएं
बता दें कि कश्मीर में मई-जून के दौरान कई लक्षित हत्याएं हुई थीं, जिनमें मुख्य तौर पर अल्पसंख्यकों (कश्मीरी पंडित और हिंदू प्रवासी मजदूरों) को निशाना बनाया गया था। 25 मई को आतंकियों ने बडगाम के चादूरा में टीवी कलाकार अमरीन भट की हत्या कर दी थी। इससे पहले आतंकियों ने बडगाम में तहसीलदार के दफ्तर में घुसकर एक कश्मीरी पंडित राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी।