हेमंत सोरेन फिलहाल जेल में ही रहेंगे, सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत याचिका पर सुनवाई टाली
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आज सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली। कोर्ट ने अंतरिम जमानत की उनकी याचिका पर आज फैसला नहीं सुनाया और नोटिस जारी करते हुए मामले को 6 मई वाले हफ्ते तक टाल दिया। इसका मतलब सोरेन को फिलहाल जेल में ही रहना होगा। वह जमीन घोटाले में जेल में बंद हैं। न्यायाधीश संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने उनकी याचिका पर सुनवाई की।
हाई कोर्ट में देरी के बाद सोरेन ने दायर की है सुप्रीम कोर्ट में याचिका
बता दें कि सोरेन ने मामले में अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की हुई है। हाई कोर्ट फरवरी में ही मामले पर सुनवाई पूरी कर चुका है, लेकिन अभी तक फैसला नहीं सुनाया है। सोरेन ने इस देरी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देते हुए अंतरिम जमानत मांगी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह 6 मई वाले हफ्ते में मामले की सुनवाई करेगा और तब तक हाई कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है।
क्या है मामला?
सोरेन पर अधिकारियों के साथ मिलकर जमीन घोटाला करने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) का दावा है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए रांची में भारतीय सेना की लगभग 5 एकड़ जमीन बेची गई, जिसमें अधिकारियों और सोरेन की मिलीभगत थी। इसके अलावा उन पर रांची के बारगैन इलाके में 8.86 एकड़ जमीन पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा करने का आरोप भी है। ED मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
चार्जशीट में क्या कहा गया है?
ED ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि सोरेन ने 2011 से 8.86 एकड़ जमीन पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर रखा है। उसके अनुसार, सोरेन ने अपने करीबी सहयोगियों रंजीत सिंह, हिलेरियस कच्छप और राजकुमार के जरिए जमीन पर कब्जा किया। चार्जशीट के मुताबिक, इस पूरे मामले में राजस्व अधिकारी भानू प्रताप प्रसाद की अहम भूमिका रही, जिन्होंने जमीन के दस्तावेजों से छेड़छाड़ की। आरोप है कि सोरेन की तरफ से संतोष मुंडा जमीन की देखभाल करते थे।
31 जनवरी को गिरफ्तार किए गए थे सोरेन
मामले में ED ने 31 जनवरी को सोरेन को गिरफ्तार किया था और वे अभी जेल में हैं। गिरफ्तारी से चंद मिनट पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। ED सोरेन के दिल्ली स्थित घर से 36 लाख रुपये नकदी और एक BMW कार जब्त कर चुकी है। इसके अलावा रांची की जमीन को भी जब्त किया जा चुका है, जिसकी कीमत 31 करोड़ आंकी गई है। अभी तक कुल 256 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हुई है।