प्रज्वल रेवन्ना मामला: वीडियो शेयर करने वालों को SIT की चेतावनी, कुमारस्वामी ने लगाए गंभीर आरोप
क्या है खबर?
कर्नाटक के हासन से सांसद और जनता दल सेक्युलर (JDS) नेता प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स टेप मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है।
अब पूर्व मुख्यमंत्री और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाए कि वीडियो वाली पेनड्राइव कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों की मदद से प्रसारित की गई थी।
दूसरी ओर, मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने वीडियो के संबंध में लोगों को चेतावनी जारी की है।
SIT
SIT की लोगों से अपील- वीडियो डिलीट करें
SIT ने लोगों को चेतावनी दी कि वे सोशल मीडिया पर प्रज्वल से जुड़े वीडियो साझा न करें।
SIT ने कहा कि जिनके पास घटना से संबंधित वीडियो हैं, वे कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए उत्तरदायी हैं।
SIT ने लोगों से वीडियो डिलीट करने की अपील करते हुए कहा कि ऐसे वीडियो साझा करने से पीड़ितों की प्रतिष्ठा और सम्मान को नुकसान होगा।
बता दें कि इससे पहले भी SIT ने वीडियो को लेकर चेजावनी जारी की थी।
चेतावनी
वीडियो साझा करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई- SIT
SIT ने कहा, "वीडियो, फोटो और ऑडियो क्लिप का भंडारण कानून के तहत आपराधिक कार्रवाई को आकर्षित करता है। इसलिए जनता को ऐसे वीडियो, फोटो और ऑडियो क्लिप के किसी भी भंडारण या प्रसारण से बचने के लिए जागरूक होना चाहिए। इन वीडियो को साझा करने वाले लोगों का पता लगाना आसान है। इसलिए ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जनता को कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए पीड़ितों के वीडियो/ऑडियो/फोटो को डिलीट करने की सलाह दी जाती है।"
पुलिस
कुमारस्वामी बोले- वीडियो प्रसारित करने में पुलिस ने की मदद
कुमारस्वामी ने कहा, "आज मैं ऐसी घटना के बारे में बात करने आया हूं, जो नहीं होनी चाहिए थी। 21 अप्रैल को पूरे राज्य में एक पेन ड्राइव प्रसारित की गई। यह पुलिस अधिकारियों की मदद से किया गया।"
उन्होंने कहा, "वीडियो बेंगलुरु ग्रामीण, मांड्या और यहां तक कि हासन में भी जानबूझकर प्रसारित किए गए। एक व्हाट्सऐप चैनल बनाया गया था। इसे प्रसारित करते हुए कहा गया था कि प्रज्वल के वीडियो देखने के लिए इस चैनल से जुड़ें।"
बयान
वीडियो फैलाने वालों पर नहीं हुई कार्रवाई- कुमारस्वामी
कुमारस्वामी ने कहा, "प्रज्वल के चुनावी एजेंट पूर्णचंद्र ने 22 अप्रैल को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मैं उन वीडियो में किसी भी चीज का बचाव नहीं कर रहा हूं। कानून को अपना काम करना होगा, सजा देनी ही होगी।"
उन्होंने आगे कहा, "वीडियो के प्रसार को लेकर 4 व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायत दर्ज हुए 15 दिन हो गए हैं। अब तक वीडियो के प्रसार के लिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।"
जांच
कुमारस्वामी ने SIT जांच पर भी उठाए सवाल
कुमारस्वामी ने कहा, "जब SIT का गठन किया गया था तो मैंने सोचा था कि जांच निष्पक्ष होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। यह SIT सिद्धारमैया जांच टीम है और शिवकुमार जांच टीम है। वे SIT को अपने घर बुलाते हैं और मामले पर चर्चा करते हैं।"
उन्होंने कहा, "वीडियो प्रसारित करने वाला कार्तिक गौड़ा आज तक जनता के सामने नहीं आया है। उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। SIT ने उसकी तलाश में कोई प्रयास नहीं किया।।"
मामला
क्या है मामला?
हाल ही में प्रज्वल के लगभग 3,000 सेक्स टेप सामने आए थे। इनमें से कई वीडियो में वे महिलाओं की मर्जी के बिना संबंध बनाते और फिल्माते हुए नजर आ रहे हैं।
मामले की जांच SIT कर रही है, जिसने प्रज्वल और उनके पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ 2 लुकआउट नोटिस जारी किए हैं। इस मामले में एचडी रेवन्ना को SIT ने हिरासत में लिया है।
दावा किया जा रहा है कि प्रज्वल जर्मनी भाग गए हैं।