
प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में किया कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, कहा- शांति का रास्ता अपनाएं
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे पर हैं। आज वे मिजोरम के बाद मणिपुर पहुंच गए हैं। ये मणिपुर में हिंसा भड़कने के बाद प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। प्रधानमंत्री ने चुराचांदपुर में महिलाओं और बच्चियों से बात की। बच्चियों ने प्रधानमंत्री को पारंपरिक टोपी पहनाई और उनकी तस्वीर उपहार में दी। इसके बाद उन्होंने चुरादांचपुर में एक रैली को संबोधित किया और 3,600 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
बयान
प्रधानमंत्री बोले- मणिपुर हौसलों और हिम्मत की धरती
प्रधानमंत्री ने कहा, "मणिपुर की धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है। यह हिल लोगों की मेहनत का प्रतीक है। मणिपुर सीमा से सटा राज्य है। यहां कनेक्टिविटी हमेशा से चुनौती रही है। मेरा बहुत जोर रहा कि मणिपुर की कनेक्टिविटी के लिए लगातार काम किया जाए। इसके लिए 2 स्तर पर काम हुए। पहला- हमने मणिपुर में रेलवे लाइन कई गुना बढ़ाया, दूसरा- शहरों के साथ गांवों तक सड़कें पहुंचाने पर जोर लगाया।"
परियोजनाएं
प्रधानमंत्री ने किन-किन परियोजनाओं की शुरुआत की?
प्रधानमंत्री ने चुराचांदपुर में सड़क, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार परियोजना और 550 करोड़ रुपये की लागत वाली मणिपुर इन्फोटेक विकास (MIND) परियोजना का उद्घाटन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने 2,500 करोड़ रुपये की लागत वाली 5 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और महिलाओं के 9 हॉस्टल का भी उद्घाटन किया। वे इंफाल में 538 करोड़ से बने सचिवालय, 101 करोड़ की लागत से बने पुलिस मुख्यालय, 4 जिलों में महिलाओं के लिए इमा बाजार और मणिपुर भवन का उद्घाटन करेंगे।
कांग्रेस
राहुल गांधी बोले- अच्छा है प्रधानमंत्री जा रहे
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के मणिपुर दौरे का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "मणिपुर की समस्या लंबे समय से चल रही है। अच्छा हुआ कि प्रधानमंत्री अब जा रहे हैं।" वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "मणिपुर में प्रधानमंत्री का केवल 3 घंटे का दौरा करुणा नहीं, बल्कि दिखावा और घायल लोगों का अपमान है। इंफाल और चुराचांदपुर में आपका तथाकथित रोड शो राहत शिविरों में लोगों की चीखें सुनने से बचने का एक कायराना प्रयास है!"
समझौता
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले सरकार और कुकी संगठनों में समझौता
प्रधानमंत्री के मणिपुर दौरे से पहले 4 सितंबर को दिल्ली में केंद्र सरकार, मणिपुर सरकार, कुकी संगठन (KZC) और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट के बीच समझौता हुआ है। इसके बाद कुकियों ने मणिपुर को नगालैंड-पूर्वोत्तर से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को खोल दिया है। हिंसा भड़कने के बाद से ये राजमार्ग बंद था। अब कुकी और मैतेई इलाकों में आम लोगों और जरूरी सामान की आवाजाही बिना रुकावट हो रही है।
हिंसा
मणिपुर हिंसा में 300 से ज्यादा मौतें
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई, 2023 को हिंसा शुरू हुई थी, जो आज भी रुक-रुककर जारी है। इस हिंसा में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, 1,500 से ज्यादा घायल हुए हैं और हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। दबाव के चलते डेढ़ साल बाद 9 फरवरी 2025 को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद 13 फरवरी से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है।