पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर रिंदा से जुड़े हो सकते हैं मोहाली हमले के तार
मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के इंटेलीजेंस मुख्यालय पर हुए हमले की शुरुआती जांच से पता चला है कि इसके तार पाकिस्तान में बैठे वांछित गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा से जुड़े हैं। सूत्रों के अनुसार, रिंदा इस समय पाकिस्तान में मौजूद है और वह भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। दूसरी तरफ पुलिस ने हमलावरों की मदद करने वाले एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा भी कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सोमवार शाम को हुआ था इंटेलीजेंस मुख्यालय के बाहर धमाका
पंजाब के मोहाली स्थित पुलिस इंटेलीजेंस मुख्यालय के बाहर सोमवार शाम धमाका हुआ था। मुख्यालय पर एक RPG दागा गया था, जिसकी वजह से ये धमाका हुआ। धमाके से इमारत के शीशे टूट गए और एक दीवार को भी नुकसान पहुंचा। गनीमत ये रही कि किसी व्यक्ति को मामले में चोट नहीं आई। बता दें कि RPG कंधे पर रखकर चलाया जाने वाला एक एंटी-टैंक हथियार होता है, जिससे विस्फोटक भरे रॉकेट दागे जाते हैं।
ड्रोन के जरिये देश में भेजा गया था विस्फोटक- सूत्र
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि रिंदा ने ड्रोन के जरिये विस्फोटकों की एक खेप भारत में भेजी थी। इसे ड्रोन के जरिये फिरोजपुर के खेतों में गिराया गया था। इस खेप को पिछले हफ्ते बरामद कर लिया गया था, जब रिंदा से जुड़े चार लोग इसे लेकर तेलंगाना लेकर जा रहे थे। रिंदा का नाम पिछले साल नवांशहर की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की इमारत पर हुए हमले में भी आया था।
पहली बार हमले के लिए हुआ RPG का इस्तेमाल
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि हालिया समय में पुलिस द्वारा गिरफ्तारी और विस्फोटकों की बरामदगी की प्रतिक्रिया में कट्टरपंथियों ने यह हमला किया है। सूत्रों का कहना है कि यह पहली बार है जब राज्य में हमले के लिए RPG इस्तेमाल किया गया। इसके लिए प्रशिक्षण की जरूरत होती है और कोई नौसिखिया इसे नहीं चला सकता। पुलिस ने जानकारी दी है कि हमले में इस्तेमाल हुआ विस्फोटक TNT लग रहा है।
फरीदकोट निवासी की हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने कथित तौर पर लॉजिस्टिक में हमलावरों की मदद करने के लिए फरीदकोट निवासी निशान सिंह को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ चल रही है। जानकारी के अनुसार, अभी तक लगभग 20 संदिग्धों को हिरासत में लिया जा चुका है और उनसे पूछताछ चल रही है। इसके आधार पर पुलिस हमले की कड़ियां जोड़ने का प्रयास कर रही है। पंजाब पुलिस प्रमुख ने मंगलवार को कहा था कि जल्द ही हमलावरों का पता लगा लिया जाएगा।
केंद्रीय एजेंसियों ने किया हमले की जगह का दौरा
मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), खुफिया ब्यूरो (IB) और दूसरी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने हमले वाली जगह का मुआयना किया था। एक केंद्रीय अधिकारी ने बताया कि NIA नियमित आधार पर हमले की संभावित जगहों का मुआयना करती है। यह एक केंद्रीय एजेंसी है, जो पूरे देश में काम करती है। कांग्रेस ने भी इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसियों को सौंपने की मांग करते हुए कहा था कि पंजाब सरकार इसकी जांच करने में काबिल नहीं है।