NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / भारतीय इंजीनियर की मदद से NASA ने लगाया विक्रम लैंडर का पता
    अगली खबर
    भारतीय इंजीनियर की मदद से NASA ने लगाया विक्रम लैंडर का पता

    भारतीय इंजीनियर की मदद से NASA ने लगाया विक्रम लैंडर का पता

    लेखन प्रमोद कुमार
    Dec 03, 2019
    10:06 am

    क्या है खबर?

    अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 के तहत भेजे गए विक्रम लैंडर का पता लगा लिया है।

    विक्रम लैंडर को सितंबर में चांद की सतह पर भेजा गया था। इसे 7 सितंबर को चांद की सतह पर लैंड करना था, लेकिन आखिरी वक्त में इसका कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया और यह जोर से सतह पर गिरकर टूट गया।

    NASA ने अपने लुनार रिकेनसेंस ऑर्बिटर (LRO) के जरिए इसके टुकड़ों का पता लगाया है।

    श्रेय

    भारतीय इंजीनियर ने की थी NASA की मदद

    विक्रम लैंडर का पता लगाने में एक भारतीय इंजीनियर ने NASA की मदद की है। दरअसल, 26 सितंबर को NASA ने 17 सितंबर को ली गई तस्वीरें जारी की थी।

    इनमें से कुछ तस्वीरें विक्रम के क्रैश होने से पहले की थी और कुछ उसके बाद की। NASA ने लोगों से दोनों तस्वीरों की तुलना कर विक्रम का पता लगाने को कहा था।

    33 वर्षीय भारतीय इंजीनियर शान्मुगा शान सुब्रमण्यन ने सबसे पहले यह काम कर दिखाया।

    ट्विटर पोस्ट

    यहां देखिये सुब्रमण्यन के ट्वीट

    @NASA @LRO_NASA @isro
    This might be Vikram lander's crash site (Lat:-70.8552 Lon:21.71233 ) the ejecta that was thrown out of it might have landed over here https://t.co/8uKZv7oXQa (The one on the left side was taken on July 16th one on the right side was from Sept 17) pic.twitter.com/WNKOUy2mg1

    — Shan (@Ramanean) November 17, 2019

    तलाश

    मलबे का पता लगा सुब्रमण्यन ने किया था NASA से संपर्क

    NASA ने कहा कि सुब्रमण्यन ने विक्रम का मलबा मुख्य क्रैश साइट से लगभग 750 मीटर उत्तर पश्चिम की ओर तलाशा है।

    NASA ने बताया कि सुब्रमण्यन ने मलबे की तलाश कर LRO प्रोजेक्ट से संपर्क किया। जानकारी मिलने के बाद LRO कंट्रोल टीम ने दोनों तस्वीरों की तुलना कर इसकी पुष्टि की।

    शुरुआती तस्वीरों में इसकी सही जानकारी नहीं मिल रही थी। इसके बाद नवंबर में ली गई तस्वीरों में विक्रम के मलबे का साफ पता चल पाया।

    ट्विटर पोस्ट

    हरे निशान वाले हैं विक्रम के टुकड़े

    The #Chandrayaan2 Vikram lander has been found by our @NASAMoon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter. See the first mosaic of the impact site https://t.co/GA3JspCNuh pic.twitter.com/jaW5a63sAf

    — NASA (@NASA) December 2, 2019

    बयान

    सुब्रमण्यन ने कैसे तलाशा विक्रम का पता?

    इस बारे में जानकारी देते हुए सुब्रमण्यन ने कहा, "मैं अपने लैपटॉप पर दो तस्वीरों की तुलना कर रहा था। एक तरफ विक्रम के क्रैश होने से पहले की तस्वीर थी और दूसरी तरफ उसके बाद की। यह मुश्किल काम था। विक्रम का रास्ता ट्रैक करने में काफी मेहनत लगी।"

    उन्होंने 3 अक्टूबर को यह काम कर दिया था। इसके बाद NASA ने जांच पूरी कर इसकी आधिकारिक घोषणा अब की है।

    चंद्रयान-2

    चांद पर उतरने की भारत की पहली कोशिश थी चंद्रयान-2

    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-2 मिशन के तहत चांद की सतह पर उतरने की पहली कोशिश की थी।

    इस मिशन में एक ऑर्बिटर, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को भेजा गया था। ऑर्बिटर सफलतापूर्वक चांद के चारों ओर चक्कर लगा रहा है, वहीं 7 सितंबर को विक्रम का चांद की सतह पर उतरने से महज 90 सेकंड पहले कंट्रोल रूम से संपर्क टूट गया था।

    अब भारत इस असफलता को भूलाकर चंद्रयान-3 मिशन पर काम कर रहा है।

    चंद्रयान-3

    चंद्रयान-3 के लिए तैयार है रोडमैप

    भारत चंद्रमा पर अपना तीसरा मिशन भेजने की तैयारियों में जुटा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इसकी पुष्टि की है।

    अभी तक इसकी समयसीमा के बारे में जानकारी नहीं मिली है। माना जा रहा है कि इसे अगले साल के अंत तक लॉन्च किया जा सकता है।

    बताया जा रहा है कि ISRO इस मिशन पर चांद की सतह पर उतरने के लिए केवल लैंडर और रोवर भेजेगा। इसके लिए रोडमैप तैयार कर लिया गया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    ISRO

    ताज़ा खबरें

    जीमेल में अब स्मार्ट रिप्लाई होंगे और भी बेहतर, गूगल ने जोड़ा नया AI फीचर जीमेल
    I/O 2025: गूगल ने जेमिनी में जोड़ा AI असिस्टेंट, अब लाइव पहचान कर सुधारेगा गलतियां गूगल
    IPL 2025: वैभव सूर्यवंशी ने लगाया अर्धशतक, बने हमारे 'प्लेयर ऑफ द डे' वैभव सूर्यवंशी
    IPL 2025: RR ने CSK को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    ISRO

    भूटान दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को किया संबोधित, जानें उन्होंने क्या-क्या बातें कहीं भारत की खबरें
    चंद्रमा की राह पर भारत के लिए मंगलवार अहम, चांद की कक्षा में प्रवेश करेगा चंद्रयान-2 चांद
    चंद्रयान-2 ने सफलतापूर्वक पार की बड़ी चुनौती, चंद्रमा की कक्षा में किया प्रवेश चांद
    अगर ISRO में करना चाहते हैं नौकरी, तो यहां से लें पूरी जानें शिक्षा
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025