प्रधानमंत्री मोदी बोले- 2047 तक विकसित देश होगा भारत; जातिवाद और सांप्रदायिकता की नहीं होगी जगह
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज समाचार एजेंसी PTI को विशेष साक्षात्कार दिया। इसमें उन्होंने G-20 शिखर सम्मेलन, यूक्रेन युद्ध, भारत की अर्थव्यवस्था, सांप्रदायिकता और जातिवाद जैसे कई मुद्दों पर बात की।
उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बन जाएगा और हमारे राष्ट्रीय जीवन में भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं होगी।
प्रधानमंत्री का ये बयान ऐसे वक्त आया है, जब भारत G-20 की अध्यक्षता कर रहा है और संसद का विशेष सत्र भी बुलाया गया है।
विकसित
2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा भारत- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, "दुनिया का GDP केंद्रित दृष्टिकोण अब मानव केंद्रित में बदल रहा है। भारत इसमें उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है। 'सबका साथ, सबका विकास' भी विश्व कल्याण के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हो सकता है। भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बन जाएगा। तब हमारे राष्ट्रीय जीवन में भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता का कोई स्थान नहीं होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीयों के पास विकास की नींव रखने का शानदार मौका है, जिसे हजारों वर्षों तक याद रखा जाएगा।
G-20
G-20 पर क्या बोले प्रधानमंत्री
G-20 पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की G-20 अध्यक्षता की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' सिर्फ नारा नहीं, बल्कि सांस्कृतिक लोकाचार से प्राप्त व्यापक दर्शन है।
उन्होंने कहा, "G-20 में हमारे शब्दों और विजन को दुनिया केवल विचारों के रूप में नहीं, बल्कि हमारे भविष्य के लिए एक रोडमैप के रूप में देखती है। उन्होंने कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में G-20 बैठकों पर पाकिस्तान और चीन की आपत्तियों पर कहा कि देश के हर हिस्से में बैठक करना स्वाभाविक है।
मुद्दे
प्रधानमंत्री ने इन मुद्दों पर भी रखी बात
प्रधानमंत्री ने कहा कि फर्जी खबरें अराजकता का कारण बन सकती हैं और इनसे समाचार माध्यमों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंच सकता है।
यूक्रेन युद्ध पर उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न संघर्षों को हल करने का एकमात्र तरीका बातचीत और कूटनीति है।
प्रधानमंत्री ने महंगाई पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, "मुद्रास्फीति दुनिया के सामने प्रमुख मुद्दा है। वैश्विक मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए नीतिगत रुख का समय पर और स्पष्ट संचार महत्वपूर्ण है।"
जरूरी
क्यों महत्वपूर्ण हैं प्रधानमंत्री की ये बातें
भारत इस साल G-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। इस संबंध में 9-10 सितंबर को दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन होना है। इसमें शामिल होने के लिए कई राष्ट्राध्यक्ष भारत आ रहे हैं।
इसके अतिरिक्त 18-22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र भी बुलाया गया है। इसमें कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की चर्चा है। इन सबके लिहाज से प्रधानमंत्री के इस साक्षात्कार के समय को भी अहम माना जा रहा है।
g-20 क्या है
न्यूजबाइट्स प्लस
G-20 एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके 20 सदस्य हैं। इसकी शुरुआत 1999 के एशियाई वित्तीय संकट के बाद हुई थी। 2008 से इसमें राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लेना शुरू कर दिया है।
आमतौर पर संसद के 3 सत्र होते हैं- बजट सत्र, मानसून सत्र और शीतकालीन सत्र। हालांकि, संविधान के अनुच्छेद 85 के तहत, केंद्र सरकार के पास विशेष परिस्थितियों में संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने का अधिकार है।