
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की अगले महीने हो सकती है मुलाकात- रिपोर्ट
क्या है खबर?
टैरिफ को लेकर तनातनी के बीच खबरें हैं कि अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हो सकती है। दोनों नेता अक्टूबर में मलेशिया में होने वाले आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा कर सकते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ फोन पर हुई बातचीत के बाद इस बैठक की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। हालांकि, अभी तक कुछ भी आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है।
रिपोर्ट
सम्मेलन में शामिल होते रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी
दोनों नेताओं की मुलाकात का एक और मौका इसी महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान भी बन सकता था। हालांकि, खबर है कि प्रधानमंत्री मोदी इसमें शामिल होने के लिए अमेरिका नहीं जा रहे हैं। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी पहले भी आसियान शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेते रहे हैं, इस वजह से उनके मलेशिया जाने की भी संभावना है। न्यूज18 को सूत्रों ने बताया कि ट्रंप और मोदी की मुलाकात पर अभी तक कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई है।
अमेरिका
क्या आसियान सम्मेलन में शामिल होंगे ट्रंप?
मलेशिया के प्रधानमंत्री दातुक सेरी अनवर इब्राहिम ने पुष्टि की है कि ट्रम्प अगले महीने 47वें आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मलेशिया का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा, "ट्रंप ने शिखर सम्मेलन में भाग लेने की अपनी इच्छा व्यक्त करने के लिए फोन किया था। इसमें चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग भी भाग लेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन कर बताया कि वह अगले महीने 47वें आसियान शिखर सम्मेलन के अवसर पर मलेशिया का दौरा करेंगे।"
क्वाड
क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत नहीं आएंगे ट्रंप
इसी साल नवंबर में भारत क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसमें शामिल होने के लिए 17 जून को प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को फोन पर निमंत्रण दिया था। तब ट्रंप ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया था, लेकिन खबरे हैं कि ट्रंप की भारत आने की योजना नहीं है। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ट्रंप भारत नहीं जाएंगे। पहले ट्रंप ने खुद कहा था कि वे सम्मेलन में शामिल होंगे।
रिश्ते
नाजुक दौर से गुजर रहे हैं भारत-अमेरिका के रिश्ते
टैरिफ को लेकर भारत-अमेरिका के रिश्तों में कड़वाहट आ गई है। रूस से तेल खरीदी के चलते अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। इससे भारत पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद अमेरिका की पाकिस्तान से बढ़ती नजदीकी, ईरान के चाबहार पोर्ट पर प्रतिबंध का ऐलान और ड्रग्स तस्करी करने वाले देशों की सूची में भारत को शामिल करने जैसे कदमों ने दूरी और बढ़ा दी है।