रामेश्वरम कैफे धमाके में IS का हाथ होने का शक, संदिग्ध ने कई बार बदला हूलिया
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके में इस्लामिक स्टेट (IS) का नाम सामने आ रहा है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस संबंध में और तहकीकात के लिए जेल में बंद 4 आतंकियों को हिरासत में लिया है। इनके नाम मिनाज उर्फ सुलेमान, सैयद समीर, अनस इकबाल शेख और शान रहमान बताए जा रहे हैं। कथित तौर पर घटना में IS के बल्लारी मॉड्यूल का हाथ होने की बात सामने आ रही है।
दिसंबर से जेल में बंद हैं चारों आतंकी
पिछले साल दिसंबर में NIA ने 5 अलग-अलग राज्यों में छापे मारे थे। तब IS के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 4 से रामेश्वरम कैफे मामले में भी पूछताछ की जाएगी। मिनाज बल्लारी मॉड्यूल का नेता था। वो और सैयद समीर कर्नाटक से हैं, जबकि अनस इकबाल शेख मुंबई से और शान रहमान दिल्ली से हैं। मिनाज पहले प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) में भी रह चुका है।
कौन है मिनाज?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 26 साल का मिनाज बल्लारी में PFI का सचिव रहा है। कथित तौर पर वह IS से काफी प्रेरित था और उसे संगठन में युवाओं को भर्ती करने का काम सौंपा गया था। मिनाज के माता-पिता की बल्लारी में कपड़े की दुकान है। उसका बड़ा भाई पहले गोवा में काम करता था, लेकिन एक दुर्घटना के बाद अब वो भी दुकान संभालने में घरवालों की मदद करता है।
संदिग्ध ने कई बार बदले कपड़े, बस में किया सफर
धमाके के संदिग्ध के बारे में कई जानकारियां सामने आई हैं। 1 मार्च को संदिग्ध बेंगलुरु के बाहरी इलाके से तुमकुर जाने वाली बस में देखा गया। लगभग 6 घंटे बाद फिर वो बल्लारी बस स्टैंड पर नजर आया। इस दौरान कभी टोपी, कभी बिना टोपी तो कभी मास्क पहनकर CCTV कैमरों में कैद हुआ है। NIA ने संदिग्ध के बारे में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
9 मार्च से फिर खुलेगा कैफे
घटना के करीब एक हफ्ते बाद रामेश्वरम कैफे को कुछ सुरक्षा इंतजामों के साथ 9 मार्च से फिर आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। कैफे में अब मेटल डिटेक्टर, अतिरिक्त CCTV कैमरे और संदिग्धों पर नजर रखने के लिए 2 लोगों को तैनात किया गया है। आज शाम को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और गृह मंत्री जी परमेश्वर कैफे में एक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
धमाके में घायल हुए थे 9 लोग
1 मार्च को बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड स्थित मशहूर रामेश्वरम कैफे में विस्फोट हुआ था, जिसकी चपेट में आने से 9 लोग घायल हो गए थे। शुरू में इसे गैस सिलेंडर से हुआ धमाका माना गया, लेकिन बाद में जानकारी सामने आई कि धमाके में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का उपयोग किया गया है। पहले मामले की जांच कर्नाटक पुलिस कर रही थी, जिसे बाद में NIA को सौंप दिया गया।