LOADING...
एक हफ्ते में 2 पुलिसकर्मियों की आत्महत्या से हरियाणा पुलिस में बवाल, जानें हर घटनाक्रम
हरियाणा में एक हफ्ते के भीतर 2 पुलिकर्मियों की आत्महत्या ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है

एक हफ्ते में 2 पुलिसकर्मियों की आत्महत्या से हरियाणा पुलिस में बवाल, जानें हर घटनाक्रम

लेखन आबिद खान
Oct 15, 2025
05:53 pm

क्या है खबर?

हरियाणा में 2 पुलिस अधिकारियों की आत्महत्या से पूरे पुलिस महकमे में हलचल का माहौल है। इन घटनाओं ने राज्य की राजनीति के साथ-साथ ही पुलिस में जातिगत भेदभाव, भ्रष्टाचार, गैंगस्टर से संबंध और जबरन वसूली के आरोपों को चर्चा में ला दिया है। इससे हरियाणा पुलिस की विश्वसनीयता भी सवालों के घेरे में हैं। इन घटनाक्रमों की शुरुआत वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या से हुई थी। आइए पूरा मामला समझते हैं।

शुरुआत

7 अक्टूबर को पूरन कुमार ने की आत्महत्या

7 अक्टूबर को पूरन ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आत्महत्या कर ली। इस दौरान उनकी IAS पत्नी अमनीत पी कुमार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ विदेश दौरे पर थीं। पूरन ने 8 पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें उन्होंने लगातार उत्पीड़न, जातिगत भेदभाव, अपमान और उनके PSO के खिलाफ झूठे मामले को इसकी वजह बताया। सुसाइड नोट में उन्होंने 15 वरिष्ठ अधिकारियों पर भी आरोप लगाए, जिनमें DGP शत्रुजीत कपूर समेत कई बड़े नाम शामिल थे।

अधिकारी

पूरन ने सुसाइड नोट में किन-किन अधिकारियों पर आरोप लगाए?

पूरन ने सुसाइड नोट में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, DGP शत्रुजीत कपूर, पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व ACS राजीव अरोड़ा, पूर्व DGP मनोज यादव और पीके अग्रवाल, ADGP संदीप खिरवार और अमिताभ ढिल्लो, ADGP (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार, प्रधान सचिव कला रामचंद्रन, करनाल रेंज ADGP माटा रवि किरण, पंचकूला कमिश्वर सिबास कविराज, अंबाला IG पंकज नैन, मधुबन IG कुलविंदर सिंह और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया पर प्रताड़ना के आरोप लगाए।

पूर्व घटनाक्रम

पूरन की आत्महत्या से पहले क्या-क्या घटनाक्रम हुए थे?

29 सितंबर को पूरन का IG (रोहतक रेंज) के पद से सुनारिया पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज में तबादला कर दिया गया। कहा जाता है कि इससे पूरन परेशान थे। उन्होंने अगले ही दिन पद छोड़ दिया और एक हफ्ते की छुट्टी पर चले गए। 1 अक्टूबर को उनके PSO सुशील कुमार को भी हिरासत में ले लिया गया। सुशील को 5 दिन तक हिरासत में रखा गया। 6 अक्टूबर को जबरन वसूली के आरोप में सुशील पर FIR दर्ज की गई।

ASI

ASI की आत्महत्या से मामले में आया नया मोड़

14 अक्टूबर को पूरे घटनाक्रम में एक नाटकीय मोड़ आ गया, जब पूरन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी संदीप लाठर ने भी आत्महत्या कर ली। लाठर ने सुसाइड नोट और एक वीडियो में पूरन और उनकी पत्नी पर भ्रष्टाचार, जबरन वसूली और महिला अधिकारियों के उत्पीड़न समेत कई आरोप लगाए। का आरोप लगाया है। लाठर उस टीम में भी थे, जिसने पूरन के PSO सुशील को हिरासत में लिया था।

गैंगस्टर

मामले में गैंगस्टर संबंध क्यों सामने आ रहा है?

लाठर ने आरोप लगाया कि पूरन ने एक हत्या के मामले से अपना नाम हटवाने के लिए कुख्यात गैंगस्टर राव इंद्रजीत से 50 करोड़ रुपये का सौदा किया था। बताया जाता है कि इंद्रजीत के हिमांशु भाई गैंग से संबंध है और वो फिलहाल अमेरिका में छिपा हुआ है। रोहतक के फाइनेंसर मंजीत हत्याकांड, यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर हुई गोलीबारी और गायक फाजिलपुरिया पर हुए हमले में भी इंद्रजीत का नाम सामने आया था।

कार्रवाई

मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई?

पूरन की आत्महत्या मामले ने हरियाणा की राजनीति को भी गरमा दिया। उनकी पत्नी ने मांगें पूरी नही होने तक पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार से मना कर दिया। आज 9वें दिन उनका अंतिम संस्कार हुआ। चंडीगढ़ पुलिस ने सुसाइड नोट में नामित सभी अधिकारियों पर FIR दर्ज की है। DGP शत्रुजीत को छुट्टी पर भेज दिया गया है और SP बिजारणिया का ट्रांसफर किया गया है। मुख्यमंत्री सैनी खुद पूरे मामले पर सक्रिय रहे।