हेमंत सोरेन जमीन घोटाले में गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, झारखंड बंद
हेमंत सोरेन ने कथित जमीन घोटाला में अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। पहले उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हेमंत ने गिरफ्तारी से पहले बुधवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे दे दिया था। अब झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। हालांकि, राज्यपाल ने उन्हें अभी शपथ ग्रहण का समय नहीं दिया।
सुप्रीम कोर्ट कल करेगा हेमंत की याचिका पर सुनवाई
वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने बताया कि हेमंत सोरेन ने झारखंड हाई कोर्ट में दायर याचिका को वापस ले लिया है और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने बताया कि मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ याचिका पर कल सुनवाई करने को तैयार हो गए हैं। हेमंत का कहना है कि ED ने उन्हें जांच में मदद न करने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इस आधार पर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
हेमंत ने गिरफ्तारी के बाद कविता साझा की
झारखंड में आज बंद का आह्वान
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत की गिरफ्तारी के खिलाफ सभी आदिवासी संघों ने गुरुवार को राज्य में बंद का आह्वान किया है। इसको लेकर जगह-जगह पोस्टर भी लगाए गए हैं और इन पर हेमंत की तस्वीर छपी है।
चंपई ने दिखाया 46 विधायकों का समर्थन
हेमंत की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। उन्होंने 46 विधायकों से समर्थन से महागठबंधन की नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। राजभवन से निकलने पर चंपई ने कहा कि राज्यपाल ने उनके दावे पर विचार कर उन्हें बुलाने की बात कही है और अभी उन्हें शपथ ग्रहण के लिए समय नहीं दिया गया है। इस बीच कई विधायक रांची में राजकीय अथितिशाला में रुके हुए हैं।
हेमंत की पत्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने का हुआ विरोध
खबर है कि गिरफ्तारी से पहले हेमंत ने महागठबंधन के विधायकों से 2 सादे कागजों पर हस्ताक्षर कराए थे। इनमें से एक उनकी पत्नी कल्पना और एक चंपई को मुख्यमंत्री बनाने के लिए था। हेमंत के बड़े भाई दुर्गा सोरेन की विधवा और विधायक सीता ने कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने पर आपत्ति जताई और पार्टी के 7 विधायक भी कल्पना के पक्ष में नहीं थे। इसके अलावा कल्पना पार्टी की विधायक भी नहीं थी और इसे लेकर भी आपत्ति थी।
INDIA गठबंधन ने हेमंत की गिरफ्तारी को बयाया असंवैधानिक
बुधवार देर रात झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी गठबंधन INDIA के नेताओं ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर एक बैठक की। इसमें सोनिया गांधी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के महासचिव सीताराम येचुरी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे। विपक्षी नेताओं ने हेमंत की गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता बोले- हम डरेंगे नहीं, संसद से सड़क तक लड़ते रहेंगे
खड़गे ने एक्स पर लिखा, 'जो मोदी जी के साथ नहीं गया, वो जेल जाएगा... तानाशाही से लोकतंत्र को अगर बचाना है तो भाजपा को हराना होगा। हम डरेंगे नहीं, संसद से सड़क तक लड़ते रहेंगे।' राहुल गांधी ने लिखा, 'ED, CBI और IT अब सरकारी एजेंसियां नहीं, बल्कि भाजपा की 'विपक्ष मिटाओ सेल' बन चुकी हैं। खुद भ्रष्टचार में डूबी भाजपा सत्ता की सनक में लोकतंत्र को तबाह करने का अभियान चला रही है।'
क्या है झारखंड विधानसभा की स्थिति?
81 सदस्यीय झारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन के अभी 46 विधायक हैं। इनमें से 29 विधायक झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के हैं, वहीं कांग्रेस के 16 और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का एक विधायक है। JMM के एक विधायक ने हाल ही में इस्तीफा दिया था। विपक्षी पार्टी भाजपा के पास 25 विधायक हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि सत्तारूढ़ गठबंधन स्पष्ट बहुमत हैं और उसकी सरकार पर फिलहाल कोई खतरा नहीं है।