डीपफेक को लेकर सरकार सख्त, IT मंत्री बोले- नए कानून बनाएंगे
क्या है खबर?
केंद्र सरकार डीपफेक पर सख्त होती जा रही है और इस संबंध में नए नियम-कानून बनाने की तैयारी कर रही है।
इन नियम-कानूनों में डीपफेक वीडियो बनाने वालों और वीडियो को प्रचारित करने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जुर्माने और दंड का प्रावधान हो सकता है।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ हफ्तों में नए नियमों का मसौदा तैयार किया जाएगा।
बयान
क्या बोले IT मंत्री?
IT मंत्री ने कहा, "डीपफेक वीडियो समाज में एक नया खतरा बनकर उभरे हैं। हमें तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ एक बैठक हुई। हमें डीपफेक का पता लगाने, रोकथाम, रिपोर्टिंग तंत्र और जागरूकता बढ़ाने की जरूरत जैसे 4 पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इसके लिए नए नियम लाए जाएंगे और आने वाले हफ्तों में नियमों का मसौदा तैयार करने का प्रयास किया जाएगा।"
बैठक
IT मंत्री ने बुलाई थी महत्वपूर्ण बैठक
डीपफेक के मुद्दे पर आज गुरुवार को IT मंत्री ने सोशल मीडिया कंपनियों के साथ अहम बैठक बुलाई थी। इसमें IT मंत्रालय के सचिव, सरकारी अधिकारी, प्रोफेसर और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ समेत कई लोग मौजूद थे।
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में निर्णय लिया गया है कि सरकार और सोशल मीडिया कंपनियां 10 दिनों के भीतर ऐसे वीडियो का पता लगाने, उनके रोकथाम और प्रसार को लेकर विस्तृत दिशानिर्देश पेश करेंगी।
नोटिस
सरकार ने कंपनियों को जारी किया था नोटिस
18 नवंबर को सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों को नोटिस जारी कर डीपफेक वीडियो की पहचान और कार्रवाई करने को कहा था।
तब IT मंत्री ने सोशल मीडिया कंपनियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर वे डीपफेक को हटाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाते हैं तो उन्हें संरक्षण देने वाला 'सेफ हार्बर क्लॉज' लागू नहीं होगा।
इस मुद्दे पर अगले महीने फिर सरकार ने एक बैठक बुलाई है।
मोदी
डीपफेक पर प्रधानमंत्री ने भी जताई थी चिंता
डीपफेक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिंता जताते हुए कहा था कि ये भारत के सामने सबसे बड़े खतरों में से एक है, जिससे अराजकता पैदा हो सकती है।
उन्होंने कहा था, "मैंने हाल ही में एक वीडियो देखा, जिसमें मैं गा रहा था। जो लोग मुझे पसंद करते हैं, उन्होंने मुझे ये वीडियो भेजा था।"
इसके अलावा कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री का एक डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें डांडिया खेलते हुए दिखाया गया था।
प्लस
क्या है डीपफेक?
डीपफेक एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसमें AI का उपयोग कर वीडियो, तस्वीरों और ऑडियो से छेड़छाड़ की जा सकती है।
इस टेक्नोलॉजी से किसी दूसरे व्यक्ति की फोटो या वीडियो पर किसी और का चेहरा लगाया जा सकता है या किसी की भी आवाज में कोई भी बात कहलवाई जा सकती है।
डीपफेक से बनने वाली तस्वीरें, वीडियो और ऑडियो इतने सटीक होते हैं कि ये बिल्कुल सच लगते हैं और आसानी से पता नहीं चलता कि ये फर्जी हैं।