ऑक्सीजन की कमी से मौत के संबंध में केंद्र ने नहीं मांगा डाटा- मनीष सिसोदिया
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान देशभर में ऑक्सीजन की किल्लत मच गई थी। इस दौरान सैकड़ों मरीजों की मौत हो गई थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इससे इनकार कर दिया। अब इस मामले को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से मौत के संबंध में दिल्ली सरकार से अभी तक कोई डाटा नहीं मांगा है।
देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई थी दर्जनों मरीजों की मौत
बता दें अप्रैल-मई में दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी आ गई थी। इसके कारण दिल्ली, गोवा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में दर्जनों मरीजों की मौत हो गई थी। हालात, इतने बिगड़ गए थे कि राज्यों के हाई कोर्ट के साथ सुप्रीम कोर्ट को भी इसमें दखल देना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के आदेश दिए थे।
केंद्र सरकार ने कहा था ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई कोई मौत
दरअसल, 20 जुलाई को विपक्ष ने सरकार से पूछा था कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों और घरों में कितने लोगों की मौत हुई थी। इसके जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा था कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को संक्रमण और मौतों की रिपोर्ट देते हैं। हालांकि, किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से मौत की जानकारी नहीं दी है।
सरकार के जवाब से गरमा गई थी राजनीति
सरकार के इस जवाब पर राजनीति गरमा गई थी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था ऑक्सीजन की कमी से बहुत सारी मौतें हुईं। ऐसे में सरकार का बयान पूरी तरह गलत है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि केंद्र अपनी गलतियों को छिपाने के लिए झूठ बोल रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, शिवसेना सांसद संजय राउत आदि ने भी सरकार के बयान की निंदा करते हुए उसे झूठ करार दिया था।
सरकार ने दी थी यह सफाई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा था कि राज्यों से मौतों के संबंध में नियमित रूप से जानकारी मांगी जाती है, लेकिन किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी कारण मौत होने की जानकारी नहीं दी। ऐसे में सरकार पर झूठा कहना गलत है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से मांगी मौत की जानकारी
इस मामले के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से राज्य में हुई मौतों की जानकारी मांगी थी। गत 6 अगस्त तक 13 राज्यों ने इस पर अपनी रिपोर्ट भेजी थी। इसमें ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, नागालैंड, असम, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, त्रिपुरा, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश ने कोई भी मौत नहीं होने की जानकारी दी है। इसी तरह पंजाब ने चार मौतों को संदिग्ध करार दिया है।
मनीष सिसोदिया ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना
अब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार से ऐसी कोई चिट्ठी नहीं मिली है जिसमें वह यह पूछ रहे हो कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोई मौत हुई है या नहीं हुई।" उन्होंने कहा, "मैं लगातार अपने अधिकारियों से पूछ रहा हूं कि केंद्र सरकार के यहां से कोई चिट्ठी आई है तो वह कह रहे हैं कि अभी तक कोई चिट्ठी नहीं आई।"
हम केंद्र सरकार को भेजेंगे हमारा जवाब- सिसोदिया
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने कहा, "दिल्ली सरकार ने तय किया है कि बेशक केंद्र सरकार ने हमसे ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के बारे में नहीं पूछा, लेकिन हम केंद्र सरकार को अपना जवाब बनाकर भेजेंगे और उसको ही केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट संसद और जनता के रखें।" उन्होंने कहा, जब आप राज्य सरकार से पूछोगे ही नहीं तो फिर वह बताएंगे कैसे? हमने मौतों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी, लेकिन उसे उपराज्यपाल ने रुकवा दिया।"